'बोको हराम से कोई समझौता नहीं'
१३ मई २०१४नाइजीरिया के राष्ट्रपति गुडलक जोनाथन ने इस अदला बदली से इनकार कर दिया है. बोको हराम गुट के सरगना अबुबकर शेकाऊ ने एक वीडियो संदेश में मांग की थी कि सरकार नाइजीरिया में पकड़े गए सभी घुसपैठियों को रिहा कर दे, तभी अगवा लड़कियों को छोड़ा जाएगा. कैद चरमपंथियों में से कुछ को आतंकवाद के दोष में लंबी जेल की सजा मिली है. वीडियो में करीब 130 लड़कियां देखी जा सकती हैं जो बुरका पहने हैं और कुरान पढ़ रही हैं. इस वीडियो में एक मां ने अपनी बेटी को पहचान लिया.
जारी वीडियों में देखा जा सकता है कि लड़कियां काला और स्लेटी बुरका पहने बैठी हैं. इसमें से तीन लड़कियों का इंटरव्यू भी किया गया. दो ने कहा कि वो ईसाई थीं और उनका इस्लाम में धर्मांतरण कर दिया गया है. वीडियो कब लिया गया इसकी कोई जानकारी नहीं है हालांकि पिछले वीडियो की तुलना में ये काफी साफ है. कुछ पल के लिए वीडियो कैमरा पकड़े एक आदमी को भी देखा गया.
हाउसा और अरबी में बोलते हुए शेकाऊ ने कहा, "ये लड़कियां जिन्हें तुम रखते हो, हमने उन्हें आजाद कर दिया है, अब वो मुस्लिम हैं. अभी और भी हैं जो तुम्हारा धर्म मानती हैं. ऐसी कई हैं. अल्लाह ही जानता है कि हमने कितनी लड़कियां पकड़ रखी हैं, इन काफिरों को पकड़ के रखने का उसी ने हमें आदेश दिया है."
अंतरराष्ट्रीय कोशिशें
सरकार वीडियो स्कैन करके इलाके का पता लगाने की कोशिश कर रही है. इन लड़कियों को चिबोक प्रांत से 14 अप्रैल के दिन अगवा किया गया था. वारदात के वक्त वो परीक्षा देने चिबोक के एक हाईस्कूल में पहुंची थीं. नेशनल ओरिएंटेशन एजेंसी के महानिदेशक माइक ओमेरी ने बताया कि अधिकतर लड़कियां ईसाई हैं, "हम पूर्वोत्तर इलाके में निगरानी कर रही सेना के साथ और खुफिया विशेषज्ञों के साथ बातचीत कर रहे हैं. हम लड़कियों की रिहाई के लिए सभी संभव विकल्पों का इस्तेमाल करेंगे. लेकिन हम इस गुट के साथ बातचीत नहीं करेंगे. अमेरिका और ब्रिटेन ने अपने सुरक्षाकर्मी भेजे हैं लेकिन जरूरत पड़ने पर हम दूसरे देशों से भी मदद लेने में नहीं हिचकेंगे."
जानलेवा
अमेरिका ने नाइजीरिया के लिए निगरानी मिशन के तहत हवाई जहाज भी भेजा है. साथ ही अपने व्यावसायिक सैटेलाइट की तस्वीरें भी नाइजीरिया के साथ साझा की हैं.
नाइजीरिया के पूर्व राष्ट्रपति ओलुसेगुन ओबैसान्जो ने सरकार की ढीली प्रतिक्रिया की निंदा की है. उन्होंने कहा, "जिस समय खबर आई, उसी समय सरकार को तेजी से कार्रवाई करनी चाहिए थी. ताकि इन मासूम लड़कियों को बचाया जा सके. लेकिन कुछ नहीं किया गया."
नाइजीरिया को अमेरिका और ब्रिटेन के अलावा फ्रांस, चीन और इस्राएल भी मदद कर रहा है. बोको हराम लगातार जानलेवा हमले कर रहा है. इस गुट के हमले अधिकतर उत्तरी नाइजीरिया में ही होते हैं. 2009 से यह उन स्कूलों पर भी हमला कर रहे हैं जो पश्चिमी अंदाज में पढ़ाते हैं. चर्च और सरकारी इमारतों पर भी आए दिन हमले होते हैं.
एएम/ओएसजे (डीपीए, एएफपी)