ब्राजील के टिकट की जंग
११ अक्टूबर २०१३ग्रुप सी की शीर्ष टीम जर्मनी पर हालांकि जीत के लिए उतना दबाव नहीं हैं क्योंकि हारने या ड्रॉ करने के बाद भी ब्राजील जा सकते हैं. इतना जरूर है कि तब ऑस्ट्रिया के खिलाफ स्वीडेन के मैच की भी इसमें भूमिका बन जाएगी. इसके बावजूद कोलोन मैच से पहले कोच जोआखिम लोएव के रणबांकुरे पूरी तरह सजग हैं और इसे हल्के में नहीं ले रहे. जर्मनी एक बार फिर डब्लिन में अक्टूबर वाली कामयाबी दोहरा सकता है जब उसने आयरलैंड को 6-1 से शिकस्त दिया था लेकिन मिडफिल्डर बास्टियान श्वाइनस्टाइगर आग्रही आयरलैंड से कड़े मुकाबले की उम्मीद कर रहे हैं. श्वाइनस्टाइगर ने कहा, "यह आसान नहीं होगा, आयरिश अपने देश के लिए अनवरत संघर्ष करते हैं. शायद वे फुटबॉल के लिहाज से अर्जेंटीना या स्पेन की तरह अच्छे नहीं लेकिन उनके दिल में अरमान बहुत हैं और वो सब कुछ लगा देते हैं."
बेल्जियम और स्विटजरलैंड भी टीम के नतीजों से प्रभावित हुए बगैर वर्ल्ड कप के लिए अपनी जगह पक्की कर सकते हैं, हालांकि बेल्जियम को जगारेब में क्रोएशिया से अपनी हार टालनी होगी. बेल्जियम ग्रुप में पांच अंकों के साथ शीर्ष पर है लेकिन अगर उसकी हार हुई तो इसका मतलब होगा कि क्रोएशिया से उनका मुकाबला मंगलवार को अंतिम दौर के मुकाबले से नीचे हो जाएगा. मंगलवार को बेल्जियम वेल्स से और क्रोएशिया स्कॉटलैंड से भिड़ेगा. टीम के कप्तान और मैनचेस्टर सिटी के स्टार विंसेंट कोमबानी ने तनाव से इनकार किया है जबकि युवा खिलाड़ी अदनान जानुजाज ने एक बार फिर कोच मार्क विल्मॉट की ओर से राष्ट्रीय टीम में शामिल होने के आग्रह को ठुकरा दिया है क्योंकि वो अपने अंतरराष्ट्रीय विकल्प खुले रखना चाहते हैं.
स्विट्जरलैंड को आगे बढ़ते रहने के लिए अल्बानिया से जीतना होगा लेकिन जर्मनी की तरह ही वो हार या ड्रॉ भी कर सकते हैं. तब उनकी राह ग्रुप ई के नतीजों से साफ होगी. रूस की टीम शुक्रवार को लग्जेमबुर्ग आ रही है और उनकी टिकट भी पक्की हो सकती है लेकिन इसका फैसला पुर्तगाल और इस्रायल के मैच के नतीजों से होगा. रूस के लिए यह जरूरी है कि पुर्तगाल हारे जिसके आसार बेहद कम हैं.
वर्ल्ड कप के लिए सबसे दिलचस्प मुकाबला ग्रुप एच में होने जा रहा है जहां शीर्ष की चार टीमें एक दूसरे के खिलाफ भिड़ने जा रही हैं. इंग्लैंड मोंटेनेग्रो की मेजबानी करने जा रहा है और यह जानता है कि उनकी जीत बाल्कन देश को बाहर का रास्ता दिखा सकती है, लेकिन दूसरी और यूक्रेन पोलैंड का सामना करने जा रहा है. चोटी की चारों टीमों के बीच फासला महज तीन अंक का है ऐसे में आखिरी फैसला मंगलवार से पहले मुमकिन नहीं.
इंग्लैंड 1994 के बाद से अब तक वर्ल्ड कप क्वालिफिकेशन में चूका नहीं हैं लेकिन यूरो 2008 में वो नाकाम हो गया था. तब कुछ ऐसी ही स्थिति थी और उस हार की पीड़ा इंग्लैंड के खिलाड़ियों को अब भी तकलीफ देती है.
एनआर/एजेए (एएफपी)