ब्रिटिश मीडिया में छाए साईं बाबा
२६ अप्रैल २०११सोमवार को ब्रिटिश अखबार डेली टेलीग्राफ ने लिखा है, "सत्य साईं बाबा का कल निधन हो गया. उनकी उम्र शायद 84 साल थी. वह भारत के सबसे प्रसिद्ध और सबसे विवादास्पद स्वामी थे. वह पिछली सदी के सबसे रहस्यमयी और उल्लेखनीय व्यक्ति कहे जा सकते हैं. अपने अनुयायियों के लिए वह जीते जागते भगवान थे. वह खुद को ईसा, कृष्ण या फिर बुद्ध से जोड़ देते थे. वह खुद को उनका अवतार कहते थे. वहीं उनके आलोचक उन्हें पाखंडी करार देते थे. लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि वह एक चतुर और करिश्माई व्यक्तित्व के धनी थे."
सत्य साईं बाबा को भारत के सबसे प्रसिद्ध और विवादास्पद आध्यात्मिक गुरुओं में से एक बताते हुए द टाइम्स का कहना है, "साईं बाबा खुद को सत्य, शांति, प्यार और अहिंसा के संदेश का प्रसारक बताते थे. वह अपने मानने वालों से कहते कि उन्हें अपना धर्म छोड़ने की जरूरत नहीं है. भारत में वह जबरदस्त लोकप्रिय थे. उनके भक्तों में बॉलीवुड स्टार, क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, कई प्रधानमंत्री, जज और नौकरशाह भी रहे हैं." रिपोर्ट में कहा गया है कि रोज हजारों भक्त उनके आश्रम में आते जिनमें ब्रिटेन, अमेरिका, जर्मनी, इटली और स्केंडेनेवियाई देशों के लोग भी शामिल हैं.
मशहूर ब्रिटिश अखबार गार्डियन ने लिखा है, "उन्हें दुनिया भर में करोड़ों लोग जीता जागता भगवान मानते थे, लेकिन वह विवादों में भी रहे. कई लोग उन्हें धोखेबाज कह खारिज भी करते जो अपने राजनीतिक प्रभाव का फायदा उठाता है." 85 वर्षीय साईं बाबा का रविवार को निधन हो गया. वह काफी समय से बीमार थे. उनके शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः ओ सिंह