ब्रिटेन में शादी करनी है तो अंग्रेजी सुधारो
९ जून २०१०ब्रिटेन की गृह मंत्री टेरेसा मे ने कहा, "मैं मानती हूं कि कोई भी अगर ब्रिटेन में बसने की बात सोच रहा है तो उसे अंग्रेजी बोलनी तो आनी ही चाहिए. अंग्रेजी भाषा संबंधी नए नियमों से ब्रिटेन के समाज में घुलने मिलने में आसानी होगी, सांस्कृतिक दीवारें ढहेंगी और सार्वजनिक सेवाओं को सहारा मिल सकेगा."
गृह मंत्री के मुताबिक ब्रिटेन आना सम्मान की बात है और इसीलिए वह आप्रवासियों के लिए मानदंडों को उठाना चाहती हैं ताकि उन्हीं लोगों को अवसर मिले जो ब्रिटेन के समाज में अपना योगदान देना चाहते हैं.
टेरेसा मे ने स्पष्ट कर दिया है कि आने वाले दिनों में और भी कदम उठाए जाएंगे. "यह तो पहला कदम है. हम अंग्रेजी भाषा की जरूरत संबंधी नियमों का अध्ययन कर रहे हैं और वीजा की अन्य श्रेणियों में बदलाव किया जा सकता है, नियमों को सख्त बनाया जा सकता है. आज की घोषणा हमारी उस नीति का हिस्सा है जिसमें हमारी कोशिश है कि नियंत्रित आप्रवासन से ब्रिटेन को फायदा पहुंचे."
ब्रिटेन के होम ऑफिस का कहना है कि यूरोपीय संघ के बाहर से आने वाले आप्रवासियों को अंग्रेजी भाषा पर अपनी न्यूनतम पकड़ साबित करनी होगी ताकि वे दिखा सकें कि ब्रिटेन में रहते हुए उन्हें आम जीवन में किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा. इसके बाद ही उन्हें ब्रिटेन का वीजा मिल पाएगा.
नए नियम पति या पत्नी, गैरशादीशुदा जोड़ों, समलैंगिक पार्टनर, भावी पति या पत्नी पर लागू होंगे. ब्रिटेन के बाहर से या फिर ब्रिटेन से ही अगर कोई वीजा के लिए आवेदन करता है तो उसे अंग्रेजी भाषा पर पकड़ साबित करनी होगी.
नए प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ब्रिटेन के इमिग्रेशन नियमों को सख्त करना चाहते हैं और चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने इस बात का वादा भी किया था. चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरने और लिबरल डेमोक्रेट्स पार्टी के साथ गठबंधन सरकार बनाने के बाद स्पष्ट है कि कैमरन अपने उस वादे को निभाना चाहते हैं.
कंजरवेटिव पार्टी ब्रिटेन में पढ़ाई के लिए आने वाले छात्रों पर भी लगाम कसने की सोच रही है क्योंकि उसका कहना है कि बहुत से छात्र ब्रिटेन स्टूडेंट वीजा पर काम करने के लिए आते हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: महेश झा