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भारत को मिलेगी स्थायी सीट, ओबामा की उम्मीद

८ नवम्बर २०१०

अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारत की अपनी तीन दिन की भारत यात्रा के आखिरी दिन आज संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया. ओबामा ने कहा भारत और अमेरिका करेंगे दुनिया की अगुवाई.

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तस्वीर: UN Photo/Eric Kanalstein

ओबामा ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई सदस्यता का समर्थन करते हुए जल्द ही इस उम्मीद के पूरा होने की कामना की. भारतीय संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते समय ओबामा ने यह बात कहीं.

अपना भारत प्रेम दर्शाने के लिए ओबामा ने बीच बीच में हिंदी शब्दों का भी इस्तेमाल किया. उन्होंने भारत में पिछले तीन दिनों में पत्नी मिशेल और उनके जोरदार स्वागत के लिए शुक्रिया अदा किया. ओबामा ने कहा "एक अरब से ज्यादा लोगों के प्रतिनिधित्व करने वाले भारत की संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा के माध्यम से अपना शुक्रिया अदा करता हूं."

ओबामा ने भारत में अपनी गर्मजोशी भरी आवभगत के लिए हिंदी में कहा, "बहुत धन्यवाद". इसके बाद ओबामा ने भारत की चार हजार साल पुरानी सांस्कृतिक विरासत का हवाला देकर कहा कि इसे संजो कर रखने का काम वाकई दुनिया के लिए अनुकरणीय है. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद और इससे पहले प्राचीन काल तक का भारत का इतिहास हर क्षेत्र में दुनिया को नई राह दिखाने का गवाह रहा है. प्राचीन समय में शून्य का ईजाद करने से लेकर चांद पर तिरंगा फहराने, भूख का सामना करने पर हरित क्रांति करने और सुपर कंप्यूटर बनाने तक की उपलब्धियां दुनिया ने देखी हैं. यही वजह है कि आज भारत दुनिया के नक्शे पर छा गया है.

ओबामा ने महात्मा गांधी का जिक्र करते हुए कहा "गांधी जी का अंहिंसा का दर्शन और सरकारों के लिए अंतिम व्यक्ति को लक्ष्य बनाकर काम करने का संदेश दुनिया की बेहतर तस्वीर बनाने का एकमात्र विकल्प है. यही वजह है जब मैं कहता हूं कि भारत और अमेरिका की साझी विरासत और मूल्य 21 वीं सदी में दुनिया की अगुवाई कर सकते हैं."

रिपोर्टः पीटीआई/निर्मल

संपादनः उज्ज्वल भट्टाचार्य