भारत में खुलेगा एप्पल का ऐप सेंटर
१८ मई २०१६दक्षिण भारत में एप्पल अपना नया ऐप डिजायन और विकास केंद्र खोलने जा रहा है. कंपनी प्रमुख टिम कुक इस समय अपनी पहली भारत यात्रा पर हैं. एप्पल ने 2017 की शुरुआत तक नया केंद्र खोलने की घोषणा की. लाखों भारतीय एप्पल के लिए ऐप डिजायन करने के काम में लगे हुए हैं. अपने घोषणा पत्र में एप्पल ने कहा है कि वे बेंगलूरू के अपने नए ऐप सेंटर से इन डिजायनरों को और बढ़ावा देंगे.
टिम कुक ने कहा है कि नया केंद्र "डेवलपरों को वे टूल मुहैया कराएगा जिससे वे दुनिया भर के यूजरों के लिए नए तरह के ऐप विकसित कर सकें." भारत में कुक के कार्यक्रम के बारे में कंपनी ने ज्यादा जानकारी नहीं दी है. कुछ स्थानीय मीडिया रिपोर्टों में बताया गया है कि दिल्ली पहुंचने पर वे भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दूसरे सरकारी अधिकारियों से भी मिल सकते हैं. व्यापार जगत के महत्वपूर्ण लोगों से तो कुक की मुलाकात तय है.
भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते स्मार्टफोन बाजारों में से एक है. यही कारण है कि एप्पल जैसी कंपनियां भारतीय बाजार में अपनी जगह और मजबूत करना चाहते हैं. इस समय भारतीय बाजार में एप्पल के आईओएस का नहीं बल्कि एंड्रॉयड सिस्टम का दबदबा है.
एप्पल कंपनी अपने पुराने आईफोनों को भारतीय बाजार में बेचने के लिए भी सरकारी अनुमति लेना चाहती है. भारत का उपभोक्ता चीजों की कीमत के मामले में बहुत सतर्क माना जाता है. इसलिए विदेशी कंपनियों को स्थानीय बाजारों में उपलब्ध देसी कंपनियों के साथ कड़ा मुकाबला झेलना होता है. यह रीफर्बिश्ड आईफोन दाम में नए फोन से काफी कम होंगे और इस तरह एप्पल भारत के बड़े मध्यवर्ग को अपना खरीदार बना पाएगा.
भारत में एप्पल फोन का मार्केट शेयर मात्र 2 फीसदी है. भविष्य में एप्पल आईफोन के और सस्ते वर्जन बाजार में लाना चाहती है. सवा अरब की आबादी वाले भारत में हर महीने करीब 60 लाख नए इंटरनेट यूजर बन रहे हैं. यही कारण है कि एप्पल ही नहीं गूगल, फेसबुक और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियों की नजर भारत के बाजार पर है.
आरपी/एमजे (एपी)