भारत में शुरु हुआ माइक्रोसॉफ्ट का पहला एआई प्रोग्राम
२१ दिसम्बर २०१८माइक्रोसॉफ्ट ने भारत के कुछ कॉलेजों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और क्लाउड टेक्नोलॉजीज में छात्रों को ट्रेनिंग देने के लिए एक तीन साल का प्रोग्राम शुरु किया है, जिसका नाम है "इंटेलिजेंट क्लाउड हब".
कंपनी ने एक बयान में कहा कि ये समर्पित एआई इंफ्रास्ट्रक्चर और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) हब प्रोग्राम कुछ चुने हुए शोध और उच्च शिक्षा संस्थानों की मदद करेगा. इस प्रोग्राम से इन संस्थानों को एआई इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ पाठ्यक्रम और फैकल्टी बनाने में भी मदद मिलेगी. इससे संस्थान अपने छात्रों को एआई और क्लाउड टेक्नोलॉजीज में ट्रेनिंग दे सकेंगे और भविष्य की नौकरियों के लिए तैयार भी कर सकेंगे.
भारत पहला ऐसा देश है जिसमें माइक्रोसॉफ्ट कुछ चुने हुए सर्वोत्तम श्रेणी के बुनियादी ढांचे वाले संस्थानों के साथ मिल कर ऐसा कार्यक्रम चला रहा है. इस कार्यक्रम में शिक्षकों और छात्रों के लिए ऑनसाइट ट्रेनिंग, पाठ्यक्रम और भाग लेने वाले छात्रों के लिए क्लाउड और एआई सेवाओं, विकास उपकरण और डेवलपर समर्थन भी दिया जाएगा.
माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के महाप्रबंधक मनीष प्रकाश का कहना है कि "भविष्य कि नौकरियों के लिए अलग तरह के स्किल की जरुरत पड़ेगी और एआई की ट्रेनिंग उतनी ही जरुरी है जितना जरुरी लोगों के साथ काम करना. "इंटेलिजेंट क्लाउड हब" कार्यक्रम का सबसे बड़ा उदेश्य है कि ऐसr टेक्नॉलजी बनाई जाए जो कि समाज और उद्योग दोनों के काम आ सके."
माइक्रोसॉफ्ट इस कार्यक्रम में एआई डेवलपमेंट टूल्स और 'अजूर' एआई सर्विसेज जैसे माइक्रोसॉफ्ट कॉग्निटिव सर्विसेज, एज़ूर मशीन लर्निंग और बॉट्स सर्विसेज भी देगा. शिक्षकों और छात्रों को वर्कशॉप में क्लाउड कंप्यूटिंग, डाटा साइंस, एआई और आईओटी जैसी तकनीक पर ट्रेनिंग मिलेगी. प्रकाश ने कहा कि "हमारा उदेश्य है कि तीन साल के अंत में हम इन संस्थानों को खुद में इंटेलिजेंट क्लाउड हब बना दें."
माइक्रोसॉफ्ट शिक्षकों को प्रोजेक्ट पर आधारित और 'एक्सपीरिएंशल लर्निंग' के लिए पाठ्यक्रम बनाने में भी मदद करेगा. जो संस्थान रिसर्च पर काम करना चाहते हैं उनको माइक्रोसॉफ्ट एआई आधारित रिसर्च थीम भी बताएगा. कंपनी आम लोगों के लिए भी माइक्रोसॉफ्ट प्रोफेशनल प्रोग्राम (एमपीपी) चला रहा है. जिसमें ऑनलाइन कोर्स के जरिए इंजीनियरों के अलावा ऐसे लोग भी अपना कौशल सुधार सकते हैं जिनकी एआई या डाटा विज्ञान में दिलचस्पी हो.
एनआर/आरपी (आईएएनएस)