भारतीय दर्शकों का बुरा व्यव्हार, पाक टीम का खेल खराब
१९ अक्टूबर २०१०पाकिस्तान हॉकी संघ के आसिफ बाजवा ने कहा कि जो प्रतिक्रिया उन्हें टीम से मिली उसे पता चला कि खिलाड़ियों को भारत में दर्शकों के 'अपशब्दों' और 'अपमानजनक टिप्पणियों' का सामना करना पड़ा. ये बदलाव 2008 में हुए मुंबई हमलों के बाद ज्यादा देखने में आया है. बाजवा ने कहा, "जब हमारे खिलाड़ी भारत में खेलते हैं तो उनके लिए मुश्किल होता है. उन पर दर्शकों की तीखी प्रतिक्रिया का दबाव रहता है."
बाजवा नई दिल्ली में हुए हॉकी वर्ल्ड कप में पाकिस्तान टीम के प्रबंधक थे. टीम के खराब प्रदर्शन के कारण उन्हें मैनेजर के पद से हटा दिया गया. वर्ल्ड कप में पाकिस्तान 12वें नंबर पर रहा. जबकि कॉमनवेल्थ खेलों में हॉकी में पाकिस्तान छठे नंबर पर रहा. बाजवा ने कहा कि उन्हें खिलाड़ियों ने बताया कि कॉमनवेल्थ खेलों के दौरान दर्शकों के व्यव्हार का टीम पर बहुत दबाव रहा. बाजवा ने कहा, "ऐसा होना बहुत दुख की बात है. मैं टीम के भारत से हार जाने की कोई सफाई या कारण नहीं दे रहा लेकिन टीम पर अब ज्यादा दबाव है."
वहीं टीम के कप्तान अशरफ ने कहा कि कॉमनवेल्थ खेलों के दौरान हॉकी मैचों में टीम के खिलाड़ियों पर तीखी अपमानजनक टिप्पणियां की गईं और कई बार अपशब्दों का प्रयोग भी किया गया. "खिलाड़ियों के लिए ये थोड़ा ज्यादा था. जिस तरह से दर्शक हमारे साथ व्यवहार कर थे और हमें बार बार याद दिलाया जा रहा था कि हम पाकिस्तानी हैं. निश्चित ही लगता है कि मुंबई हमलों के बाद जब भी हम भारत में खेलते हैं दर्शकों का व्यवहार कुछ इसी तरह का होता है. हमारे साथ ये कॉमनवेल्थ खेलों के दौरान पूरे समय हुआ. ये बुरी बात है क्योंकि खेल तो खेल है."
विश्व कप और कॉमनवेल्थ खेलों में भारत ने पाकिस्तान को हॉकी में हराया. अशरफ का कहना है कि उनकी टीम ने बिलकुल खराब प्रदर्शन नहीं किया. "चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के साथ खेलते हुए हमने काफी संघर्ष किया और सिर्फ एक गोल से हारे. अगर आप देखें तो भारत ऑस्ट्रेलिया से आठ गोल से हारी. मुझे पूरा विश्वास है कि एशियाड में हमारे खिलाड़ियों का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहेगा."
2011 की चैंपियन्स ट्रॉफी भी भारत में आयोजित की जा रही है. उसमें भारत और पाकिस्तान को वाइल्ड कार्ड एन्ट्री दी जा सकती है.
रिपोर्टः पीटीआई/आभा एम
संपादनः महेश झा