मकर संक्रांति की धूम
भारत में फसल कटाई के पहले मकर संक्रांति, पोंगल और लोहड़ी मनाई जाती है. इस मौके पर तरह तरह के धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन होते हैं. ईद-ए-मिलाद-उन-नबी पर मुसलमानों ने जुलूस निकाला और पैगम्बर मोहम्मद का संदेश लोगों तक पहुंचाया
धार्मिक डुबकी
पश्चिम बंगाल के गंगासागर में हर साल लाखों श्रद्धालु मकर संक्रांति के अवसर पर डुबकी लगाते हैं. मकर संक्रांति पर इस साल करीब तीन लाख लोगों ने गंगासागर में डुबकी लगाई. कपिल मुनि के आश्रम के बाहर लोगों की भीड़
वसंत का आगमन
मकर संक्रांति शीत ऋतु की समाप्ति और वसंत के आगमन का प्रतीक है. इस दिन लोग सुबह सवेरे स्नान कर तिल-गुड़, दही-चूड़ा और खिचड़ी खाते हैं. इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खिचड़ी खाते हुए.
सबका पर्व
भारत में कोई भी पर्व किसी एक खास धर्म का नहीं होता. यही भारत की संस्कृति की विविधता है. मकर संक्रांति के मौके पर पटना में एक मुस्लिम महिला पतंगबाजी करती हुई
आओ लड़ाएं पेंच
मकर संक्रांति मनाने के बाद बहुत से लोग पतंगबाजी भी करते हैं. गुजरात में इस मौके पर परंपरागत पतंग महोत्सव का आयोजन होता है.
कहीं मकर तो कहीं बिहू
फसल कटाई के पहले देश भर में हिंदू धर्म को मानने वाले खास पूजा करते हैं. असम में इस दिन बिहू त्योहार मनाया जाता है, तो दक्षिण भारत में पोंगल. उत्तर भारत में 13 जनवरी को लोहड़ी का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है.
स्नान और दान
मकर संक्रांति स्नान और दान के पर्व के रूप में जाना जाता है. इसे पिता पुत्र के मिलन के पर्व के रूप में भी मान्यता मिली हुई है. इस पर्व का भारतीय ज्योतिष में भी विशेष महत्व है.
यमुना की सैर
मकर संक्रांति के मौके पर दिल्ली में यमुना नदी में नाव की सवारी करते बच्चे. तस्वीर में प्रवासी पक्षी भी नजर आ रहे हैं
ईद मिलाद उन नबी
पैगम्बर हजरत मोहम्मद के जन्मदिन मिलाद उन नबी के मौके पर श्रीनगर में जुलूस निकाला गया. इस मौके पर बच्चों ने पैगम्बर मोहम्मद के संदेश लोगों तक पहुंचाए.
ईद मिलाद उन नबी
ईद मिलाद उन नबी के मौके पर निकाले गए जुलूस में शामिल एक महिला अपने बच्चे के साथ.
ईद मिलाद उन नबी
त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में ईद मिलाद उन नबी पर निकाले गए जुलूस का एक नजारा