महात्मा गांधी की दुर्लभ तस्वीरों की नीलामी
२९ सितम्बर २०१०स्वतंत्रता के लिए संघर्ष में ऐतिहासिक आंदोलनों में शुमार किए जाने वाले भारत छोड़ो आंदोलन से एक दिन पहले महात्मा गांधी घर में एक अनौपचारिक बैठक में हिस्सा लेते हुए दिखाई दे रहे हैं. यह निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता कि फोटोग्राफर जयंत लालन ने इन तस्वीरों को कहां और दिन में किस समय लिया.
लालन ने महात्मा गांधी की एक और यादगार तस्वीर तब ली जब वह मुंबई के जुहू बीच पर अपने दो सहयोगियों के साथ सुबह की सैर के लिए जा रहे हैं. इन तस्वीरों में दो फोटो पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की भी हैं. इनकी कुल कीमत एक से डेढ़ हजार पाउंड, यानी 70 हजार से करीब एक लाख रुपये आंकी गई है.
7 अगस्त 1942 को महात्मा गांधी ने मुंबई के गोवलिया टैंक मैदान पर अखिल भारतीय कांग्रेस समिति को संबोधित किया था. इसके साथ ही उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ अहिंसक आंदोलन का आह्वान किया था. भारत में राष्ट्रपिता के नाम से याद किए जाने वाले महात्मा गांधी ने कहा था, "मैं अहिंसा के सिद्धांत का ही पालन करूंगा, जैसा मैं करता आया हूं. अगर आप इससे थक चुके हैं तो आपको मेरे साथ आने की जरूरत नहीं है. मैं ब्रिटेन के खिलाफ अपने जीवन की सबसे बड़ी लड़ाई शुरू करने जा रहा हूं और ऐसे समय में उनके खिलाफ मेरे मन में कोई नफरत नहीं हो सकती."
8 अगस्त को कांग्रेस ने महात्मा गांधी के भारत छोड़ो आंदोलन का समर्थन किया था. तस्वीरों की नीलामी 5 अक्तूबर को होगी. बोनहैम्स इंडिया एंड बियोंड की बिक्री हर साल दो बार आयोजित की जाती है जिसमें भारत और एशिया की ऐतिहासिक तस्वीरों और दस्तावेजों को बेचा जाता है. नीलामी में दक्षिण भारत के कर्नाटक राज्य में प्राचीन सांस्कृतिक केंद्रों की तस्वीरें भी हैं जिनका मूल्य 4000-6000 पाउंड (करीब चार लाख रुपये) है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ए जमाल