महेश झा
महेश झा अंतरराष्ट्रीय राजनीति और भारत जर्मन संबंधों पर लिखते रहे हैं. वे बर्लिन दीवार के गिरने, जर्मन एकीकरण और शीत युद्ध की समाप्ति के गवाह रहे हैं.
महेश झा अपनी लंबी पत्रकारिता के दौरान शीत युद्ध को खत्म करने और सैन्य अर्थव्यवस्था के नागरिक अर्थव्यवस्था में बदलाव के प्रयासों के गवाह रहे हैं. वे अंतरराष्ट्रीय राजनीति में आ रहे परिवर्तन और पश्चिमी दुनिया के साथ भारत के बदलते संबंधों के विश्लेषक हैं. DW-हिंदी के प्रमुख के रूप में वे विज्ञान, तकनीक, पर्यावरण और लैंगिक समानता के क्षेत्र में हिंदी पत्रकारिता के प्रसार के लिए सक्रिय हैं.