माउंट एथोस - ऑर्थोडॉक्स ईसाई धर्म का गढ़
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने माउंट एथोस की यात्रा की, जो कि ग्रीस और रूस दोनों के लिए एक पवित्र स्थल माना जाता है. सिरिलिक अक्षरों और ऑर्थोडॉक्स ईसाई मान्यता के तार इन देशों को सदियों से जोड़े हुए हैं.
एथोस का विशेष दर्जा
माउंट एथोस के पास डाफनी में एक ऑर्थोडॉक्स मठवासी. करीब 2,500 मठवासी और तीर्थयात्री ग्रीक राज्य के इस स्वायत्त शासन व्यवस्था वाले इलाके में रहते हैं.
पवित्र स्थल पर कड़ी सुरक्षा
रुसी राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिहाज से विशेष सुरक्षा गार्ड तैनात थे. मठ के पास हुई पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था.
राष्ट्रपति से भेंट की तैयारी
ऑर्थोडॉक्स ईसाई मठ के पुजारी राष्ट्रपति का स्वागत करने के लिए अपने पारंपरिक गाउन में सुसज्जित.
आस्था के केंद्र का दौरा
पुतिन ने प्राचीन मठ का दौरा किया. वहां ऑर्थोडॉक्स परंपरा के अनुसार क्रॉस करते हुए रूसी राष्ट्रपति.
स्वागत का नाश्ता
स्थानीय पुलिस अधिकारी स्वागत की परंपरा के अनुसार राष्ट्रपति पुतिन को कॉफी और मिठाई पेश करने के इंतजार में खड़े.
राष्ट्रपतियों की मुलाकात
ग्रीस के राष्ट्रपति प्रोकोपिस पाव्लोपूलोस ने माउंट एथोस में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का स्वागत किया.
ईश्वर भक्ति की जगह
माउंट एथोस की मॉनेस्टरी में रूसी भिक्षुओं के रहते 1,000 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में रूसी राष्ट्रपति पुतिन वहां पहुंचे थे.
महिला नहीं, मादा जानवर भी नहीं
एथोस के प्रशासनिक केंद्र कार्येस की एक पारंपरिक बेकरी में ब्रेड खरीदने के इंतजार में खड़े पुरुष. करीब एक हजार साल से यहां महिलाओं, यहां तक कि मादा जानवरों तक का यहां से 500 मीटर (1,550 फीट) की दूरी तक भी आना प्रतिबंधित है.
इतिहास का संरक्षण
नौंवी शताब्दी में बने माउंट एथोस के सबसे पुराने चर्च में पेंटर इमानुएल पान्सेलिनॉस की म्यूरल कला के सामने से गुजरता एक मठवासी.