मुंबई हमलों को कभी नहीं भूलेंगेः ओबामा
६ नवम्बर २०१०सागर किनारे ताज होटल की हेरिटेज विंग में ही ठहरे हैं ओबामा और उनकी पत्नी मिशेल. सबसे पहले मुंबई में हमले के पीड़ितों के सामने पहुंचे ओबामा ने न्यूयॉर्क पर ग्यारह सितंबर के हमलों और मुंबई के हमलों को एक जैसा बताते हुए कहा कि वो इसे कभी नहीं भूलेंगे. दोनों देशों के बीच आतंकवाद से जंग के लिए मजबूत संबंधों की जरूरत बताते हुए ओबामा ने कहा, "जिस तरह से हमारे लोग मोमबत्ती लेकर साथ में प्रार्थना करते हैं, उसी तरह हमारी सरकारें भी एक दूसरे के साथ मिल कर काम कर रही हैं, खुफिया सूचनाओं को एक दूसरे तक पहुंचाया जा रहा है और इस तरह की घटनाएं दोबारा ना हो इस लिए हम मांग करते हैं कि दोषियों को सजा दी जाए."
अमेरिकी राष्ट्रपति ने ताज होटल में हमले की याद में लगाए गए ट्री ऑफ मेमोरियल को देखा और हमले में घायल हुए लोगों से मुलाकात की. ओबामा ने कहा, "भारत और अमेरिका पहले के मुकाबले ज्यादा करीब आकर काम कर रहे हैं लेकिन मैं आतंकवाद से जंग के लिए और ज्यादा मजबूत संबंध चाहता हूं, दिल्ली में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात में हम इस बात पर चर्चा करेंगे."
ताज होटल को भारत के धैर्य का प्रतीक बताते हुए ओबामा ने दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की बात कही. ओबामा ने कहा, "जिन लोगों ने मुंबई पर हमला किया वो इस शहर और देश को तोड़ना चाहते थे लेकिन वो नाकाम रहे. मैं यहां इसलिए आया हूं क्योंकि हम उन्हें बता देना चाहते हैं कि लोगों की समृद्धि और सुरक्षा हमारा मकसद है जिसके लिए हम काम करते रहेंगे, भारत और अमेरिका साथ खड़े रहेंगे."
मुंबई के हमलों में 6 अमेरिकी नागरिकों की भी मौत हुई थी. 26 नवंबर 2008 को सीमा पार से आए लश्कर ए तैयबा के 10 आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलीबारी कर सैकड़ों लोगों को मार डाला था.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः महेश झा