1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

मुनाफे में यूरोप बचाव कोष

१८ जुलाई २०१२

यूरोप वित्तीय संकट से उबर नहीं पा रहा है और बचत करने वाले इतने परेशान हैं कि वे अपने पैसे को सुरक्षित रखने के लिए ब्याज पाने के बदले फीस देने के लिए भी तैयार हैं. यूरो बचाव कोष को भी इससे फायदा हो रहा है.

https://p.dw.com/p/15ZLz
तस्वीर: picture alliance / dpa

वित्तीय बाजार के अंदाज निराले हैं. यूरो जोन में माइनस ब्याज दर वाले क्लब के सदस्यों की तादाद बढ़ रही है. पहले जर्मनी, हॉलैंड और फ्रांस ऐसे देश थे, जहां निवेशक अपना पैसा ब्याज के बिना भी लगा रहे थे. अब इस कतार में यूरोपीय बचाव कोष ईएफएसएफ और बेल्जियम भी शामिल हो गया है. अब वे शॉर्ट टर्म बांड बेचकर धन कमा रहे हैं. मतलब यह हुआ कि स्पेन और इटली जैसे संकट में फंसे देशों को अपने बॉन्ड पर सात फीसदी से ज्यादा ब्याज देना पड़ रहा है जबकि बेल्जियम को कर्ज देने के लिए निवेशक खुद फीस दे रहे हैं.

आर्थिक रूप से सुदृढ़ देशों के बॉन्ड की मांग इसलिए बढ़ रही है कि एक ओर तो यूरोपीय केंद्रीय बैंक ब्याज दर कम रख रहा है और दूसरी ओर वह बाजार में बड़े पैमाने पर पैसा झोंक रहा है. ताकि मुद्रा प्रवाह का संकट पैदा न हो. वह बैंकों और बड़े निवेशकों के लिए अपने अतिरिक्त धन को कहीं थोड़े समय के लिए रखने की संभावना को मुश्किल बना रहा है, जिससे मुनाफे का हिस्सा कम हो रहा है. पिछले समय में इटली और स्पेन को भी सस्ते में नया धन मिला है, लेकिन विशेषज्ञ फिर भी हालात को गंभीर बता रहे हैं.

EU Geld Banknoten Symbolbild
तस्वीर: AP

यूरोपीय बचाव कोष ईएफएसएफ ने छह महीने के लिए बॉन्ड बेचा है जिस पर निवेशकों को 0.0113 फीसदी का नुकसान होगा. लक्जेमबर्ग की एक वित्तीय सोसायटी ने 1.49 अरब यूरो के बॉन्ड खरीदे हैं. यूरो देशों की ओर से ईएफएसएफ वित्तीय संकट झेल रहे देशों की बचाव पैकेज के अंतर्गत मदद कर रहा है.

इसके पहले बेल्जियम ने माइनस ब्याज दर पर छोटी अवधि के लिए बाजार से तीन अरब यूरो जुटाया. तीन महीने के बॉन्ड पर निवेशकों का मुनाफा माइनस 0.016 फीसदी होगा. 12 महीने के बॉन्ड पर ब्याज 0.04 फीसदी रही. पिछले सप्ताह फ्रांस को भी बजट के लिए निवेशकों से बिना कोई खर्च किए पैसा जुटाने में सफलता मिली थी. जर्मन बॉन्ड तो बाजार में इतने लोकप्रिय हैं कि दो साल के बॉन्ड के लिए जर्मनी को कोई ब्याज नहीं देना पड़ रहा है.

विशेषज्ञ बॉन्ड की बिक्री में माइनस ब्याज दर और यूरोपीय बैंक द्वारा हाल में ब्याज दर घटाये जाने के बीच संबंध देखते हैं. मुनाफा कमाने की कम होती संभावना के बीच प्लस ब्याज दर के लिए दौड़ तेज हो रही है, जिसका फायदा पिछले दिनों स्पेन और इटली को भी हुआ है. स्पेन ने मंगलवार को 12 से 18 महीने के बॉन्ड की नीलामी से सस्ते में 3.56 अरब यूरो जुटाया है. इसलिए विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि जब तक कम ब्याज दर के कारण लंबे समय के कर्ज का रास्ता बंद रहेगा, संकट में पड़े देशों की हालत गंभीर बनी रहेगी.

ब्रिटेन में तो बैंकों से यह टेस्ट करने को कहा गया है कि यदि यूरो जोन के कुछ देश साझा मुद्रा से बाहर निकल जाते हैं तो वे इस हालत से कैसे निबटेंगे. ब्रिटेन की नियामक संस्था एफएसए के प्रमुख एडेयर टर्नर ने कहा है कि ब्रिटेन के बैंकों के उनकी संपत्ति और कर्ज के दूसरी मुद्री में बदलने से होने वाली समस्या के बारे में सोचना होगा, भले ही इसकी संभावना बहुत कम है. टर्नर ने संसदीय समिति से कहा कि हमने उनसे ग्रीस, स्पेन, इटली, पुर्तगाल और आयरलैंड के लिए इस तरह के परिदृश्य पर सोचने के लिए कहा है.

एमजे/ओएसजे (डीपीए, रॉयटर्स)

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी