मैंगलोर क्रैश: वॉइस रिकॉर्डर और ब्लैक बॉक्स मिले
२३ मई २०१०रविवार को एयर इंडिया के दुर्घटनाग्रस्त प्लेन का कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर और फ्लाइट का डेटा रखने वाला ब्लैक बॉक्स मिल गया है. इससे दुर्घटना के कारणों का पता लग सकेगा. शनिवार को दुबई से मैंगलोर आते समय एयर इंडिया एक्सप्रेस का प्लेन रन वे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था इसमें 159 लोग मारे गए.
सीवीआर कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर से पायलेट और हवाई यातायात नियंत्रक के बीच हुई बातचीत का पता लगता है जबकि फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर से दुर्घटना के अहम कारणों के बारे में जानकारी मिल सकती है.
रविवार को इस ब्लैक बॉक्स को बोइंग 737-800 के मलबे से बाहर निकाला गया. दुर्घटना की जांच कर रही टीम ने सुबह ही ब्लैक बॉक्स को ढूंढने का काम शुरू कर दिया था. जांच टीम ने जानकारी दी कि हवाई जहाज़ के कुछ और उपकरण और कुछ हिस्से जो जांच में मदद कर सकते हैं उन्हें भी दुर्घटनास्थल से इकट्ठा कर लिया गया है.
उधर एयर इंडिया ने घोषणा की है कि वह मृतकों के परिजनों को दस लाख रूपये का अंतरिम मुआवज़ा देगा और मारे गए लोगों में जो बारह साल से कम उम्र के हैं उनके लिए पांच लाख का मुआवज़ा दिया जाएगा. एयर इंडिया के चैयरमेन और प्रबंध निदेशक अरविंद जाधव ने जानकारी दी है कि अब भी बारह शवों को नहीं पहचाना जा सका है.
दुर्घटना में क्षत विक्षत शवों को पहचानने के लिए मैंगलोर के वेनलॉक अस्पताल में परिजनों का तांता लगा रहा. शवों की पहचान के लिए डीएनए विशेषज्ञों की भी मदद ली जा रही है. उधर दो परिवारों ने एक ही व्यक्ति के अंतिम अवशेषों पर दावा किया है. अब इस मामले का फ़ैसला डीएनए की रिपोर्ट से किया जाएगा. संयुक्त अरब अमीरात के सिद्दिक़ सुलेमान अपने पिता के अंतिम संस्कारों को पूरा करने जा रहे थे कि उनकी भी इस हवाई दुर्घटना में मौत हो गई. वहीं सऊदी अरब के समीर ए शेख़ ने अपने परिवार के सोलह सदस्यों को इस दुर्घटना में हमेशा के लिए खो दिया.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा मोंढे
संपादनः महेश झा