मोदी के मुद्दे पर अमिताभ बने कांग्रेस का निशाना
३० मार्च २०१०बॉलिवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन का बांद्रा-वरली सी-लिंक के कार्यक्रम का हिस्सा बनना. फिर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का बिग बी के बचाव में खुलकर सामने आना. यह सब कांग्रेस को रास नहीं आ रही है. पार्टी ने जवाबी हमले में आज बिग बी को सवालों के कठघरे में खड़ा किया.
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने अमिताभ बच्चन से पूछा है कि 2002 के गुजरात नरसंहार के बारे में उनका क्या सोचना है ? गुजरात के विशेष दूत होने के नाते वह 2002 के गुजरात दंगों में मोदी की भूमिका का समर्थन करते हैं या निंदा करते हैं ?
तिवारी ने कहा कि अगर बच्चन समझदार हैं और सही सोच रखते हैं तो वे मज़बूती से इन दंगों का विरोध करें. उन्होंने कहा कि, "गुजरात के ब्रैंड एंबेसेडर होने को उचित ठहराकर अमिताभ बच्चन को मोदी और कच्छ के रन के बीच चीन की दीवार खड़ी नहीं करनी चाहिए . "
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पहले अपनी वेबसाइट पर अमिताभ को एक महान कलाकार बताते हुए उनकी आलोचना करने वाले सभी लोगों को 'तालिबानी' करार दिया था. उन्होंने लिखा था, "ये छुआछूत के तालिबान गुजरात विरोधी सोच रखने के चक्कर में अपनी सारी समझ गंवा बैठे हैं. हो सकता है भविष्य में वे कहने लग जाएं कि नमक मत खाओ. हो सकता है वे अमूल दूध और मक्खन पर भी पाबंदी लगा दें और युवाओं से डेनिम जींस न पहनने के लिए भी कहें. और सोचिए क्यों. क्योंकि ये सब चीजें गुजरात में बनती हैं. "
वहीं दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि 63 साल में पहली बार जनता के चुने किसी मुख्यमंत्री से एसआईटी के सामने 10 घंटों तक पूछताछ हुई है. इसी कारण से मोदी काफी हताश हैं और तालिबान जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्हें अपने बयान गंभीरता से सामने रखने चाहिए.
रिपोर्ट: एजेंसियां/श्रेया कथुरिया
संपादन: उज्ज्वल भट्टाचार्य