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यूक्रेन पर रूसी हमले के 12वें दिन तीसरे दौर की बातचीत

७ मार्च २०२२

यूक्रेन पर रूस के हमले का आज 12वां है. यूक्रेनी अधिकारियों का कहना है कि भारी गोलाबारी ने कई शहरों को अपने घेरे मे ले रखा है. इस बीच रूस और यूक्रेन के अधिकारियों के बीच सोमवार को तीसरे दौर की बातचीत शुरू हो गई है.

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रूसी हमले में ध्वस्त इमारतों के मलबे के बीच खड़े कुछ लोग
रूसी हमले में ध्वस्त इमारतों के मलबे के बीच खड़े कुछ लोगतस्वीर: State Emergency Service of Ukraine/REUTERS

दक्षिणी तटवर्ती शहर मारियोपोल समेत कई इलाकों में घिरे लाखों आम लोगों को निकालने की कोशिश एक बार फिर नाकाम हो गई. रूस ने सोमवार को एक और युद्धविराम और मानवीय गलियारे का एलान किया, जिससे यूक्रेन के लोग बाहर निकल सकें, लेकिन दोपहर बाद तक इसका कोई नतीजा नजर नहीं आया. रूस ने लोगों के निकलने के लिए जो रास्ता दिया है, वह रूस और बेलारूस की तरफ जाता है. यूक्रेन और दूसरे देशों ने इसकी कड़ी आलोचना की है.

यूक्रेन के गृहमंत्री एंटन गेराशेंको ने रूसी गोलीबारी को मारियोपोल के दो लाख आम लोगों को निकालने की कोशिशों में बाधा बताया है. यहां खाना, पानी और दवाओं की कमी हो गई है. उधर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन पर ही बाधा डालने का आरोप लगा रहे हैं.

कीव में रूसी हमले से बचने के उपाय में जुटे अर्धसैनिक बल और वॉलंटियर
कीव में रूसी हमले से बचने के उपाय में जुटे अर्धसैनिक बल और वॉलंटियरतस्वीर: Depo Photos/ABACA/picture alliance

रूस दक्षिण में यूक्रेन का संपर्क अजोव सागर से काटने की कोशिश में है. मारियोपोल पर कब्जे से रूस को क्राइमिया तक एक गलियारा बनाने में सफलता मिल जाएगी. क्राइमिया पर रूस ने 2014 में कब्जा कर लिया था.

नाकाम युद्धविराम

इससे पहले भी युद्धविराम की दो कोशिशें नाकाम हो गईं और फिर रूसी सेना ने यूक्रेनी शहरों को रॉकेटों से ध्वस्त करना चालू कर दिया.

यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने तेल और दूसरे रूसी सामानों के बायकॉट की मांग की है. अब तक यूक्रेन के 17 लाख लोग देश छोड़कर जाने पर मजबूर हुए हैं. यूक्रेनी राष्ट्रपति अपने लोगों से डटे रहने की अपील कर रहे हैं. यूक्रेन के विदेश मंत्री का कहना है कि 52 देशों के 20,000 लोगों ने यूक्रेन की लड़ाई में शामिल होने के लिए सहमति दी है.

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रूसी सेना ने सैकड़ों मिसाइल और टैंकों से हमले किए हैं. यूक्रेन के अधिकारियों के मुताबिक कीव के उत्तर में मौजूद चेर्नीहीव पर बहुत सारे ताकतवर बम भी गिराए गए हैं. हालांकि, करीब 60 किलोमीटर लंबा काफिला जो यूक्रेन की तरफ पिछले हफ्ते चला था वह अब भी कीव से करीब 25 किलोमीटर की दूरी पर रुका हुआ है.

मिसाइल के साथ कीव की रक्षा में जुटे यूक्रेनी सैनिक
मिसाइल के साथ कीव की रक्षा में जुटे यूक्रेनी सैनिकतस्वीर: Pavel Nemecek/CTK Photo/dpa/picture alliance

रविवार की शाम दक्षिण में मायकोलाइव और खारकीव पर फिर गोलाबारी हुई. एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने अनुमान जताया कि रूस की जो सेना यूक्रेन के आसपास तैनात की गई थी, उसका 95 फीसदी अब यूक्रेन के अंदर है. यूक्रेन के एयर और मिसाइल डिफेंस सिस्टम अब भी काम कर रहे हैं और यूक्रेन की सेना के जहाज हवाई सुरक्षा के साधन तैनात करने के लिए उड़ान भर रहे हैं. यूक्रेन की सेना देश के सबसे बड़े बंदरगाह वाले शहर ओडेसा की सुरक्षा में भी डटी है.

नो फ्लाई जोन

यूक्रेन के राष्ट्रपति दुनिया के देशों से यूक्रेन के ऊपर नो फ्लाई जोन लागू करने के लिए दबाव बना रहे हैं, लेकिन पश्चिमी देश मान रहे हैं कि इससे वे रूस के साथ सीधे टकराव की स्थिति में आ जाएंगे. पश्चिमी देशों और अमेरिका ने यूक्रेन को हथियार भेजे हैं, लेकिन वे युद्ध में सीधे शामिल नहीं होना चाहते.

मारियोपोल में सामाचार एजेंसी एपी के पत्रकारों ने डॉक्टरों को घायल हुए बच्चों की जान बचाने के लिए जूझते हुए देखा. यहा दवा की दुकानें खाली हो रही हैं और लाखों लोगों के सामने कड़कड़ाती ठंड में भोजन और पानी का संकट है.

राजधानी कीव के पास इर्पिन में बड़ी संख्या में लोग पैदल ही एक टूटे पुल को पार कर शहर से बाहर निकल गए. यह पुल यूक्रेन की सेना ने ही गिरा दिया, ताकि रूसी सेना को कीव पहुंचने से रोका जा सके. स्थानीय लोग कीव पहुंचने के रास्तों में हर तरह की बाधा खड़ी कर रूसी सेना को रोकने की कोशिशों में जुटे हैं. यूक्रेन सैनिक इनकी मदद कर रहे हैं. अपने साथ पालतू जीवों, बच्चों और संक्षिप्त जरूरी सामान लेकर ये लोग अनिश्चित भविष्य की राह पर बढ़ रहे हैं. कुछ बहुत कमजोर या बुजुर्गों को उनके साथी सहारा देने की कोशिश कर रहे हैं.

यूक्रेन के आम लोग एके-47 रायफल चलाने की ट्रेनिंग ले रहे हैं
यूक्रेन के आम लोग एके- 47 रायफल चलाने की ट्रेनिंग ले रहे हैंतस्वीर: Alejandro Martinez/AA/picture alliance

कीव का सेंट्रल स्टेशन अब भी उन लोगों से भरा हुआ है, जो यहां से निकलने के लिए बेचैन हैं. सिटी सेंटर में भी गोलीबारी की आवाजें सुनी जा सकती हैं.

कूटनीति की कोशिशें

अमेरिकी विदेशमंत्री एंटनी ब्लिंकेन लिथुआनिया के विल्नियुस में हैं. ब्लिंकन तीन बाल्टिक देशों के दौरे पर आए हैं. उन्होंने इन देशों को नाटो की सुरक्षा और अमेरिकी सहयोग का भरोसा दिया है. ब्लिंकेन का कहना है कि अमेरिका और उसके सहयोगी रूसी तेल और प्राकृतिक गैस का आयात रोकने पर काफी सक्रियता से बातचीत कर रहे हैं.

हालांकि, जर्मनी और कई यूरोपीय देश इस उपाय से फिलहाल सहमत नहीं है. यूरोप पहले ही ऊर्जा की कमी झेल रहा है. अगर रूसी तेल और गैस पर प्रतिबंध लग गया, तो इन देशों में ऊर्जा की कीमत बहुत बढ़ जाएगी, जो पहले से ही काफी ऊंची है.

इस बीच तुर्की के विदेशमंत्री मेवलुत कावुसोग्लू का कहना है कि रूस और यूक्रेन के विदेशमंत्री तटवर्ती शहर अंताल्या में मुलाकात करेंगे.

मोलोतोव कॉकटेल बनाते यूक्रेन के वॉलंटियर
मोलोतोव कॉकटेल बनाते यूक्रेन के वॉलंटियरतस्वीर: Depo Photos/ABACA/picture alliance

दुनिया में पुतिन की भारी आलोचना हो रही है और कई देशों के नेताओं ने तो पुतिन से बातचीत की उम्मीद भी छोड़ दी है. हालांकि, कुछ नेता हैं, जो लगातार पुतिन से बात कर रहे है. फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल माक्रों भी उन्हीं में एक है. सोमवार को फ्रांस के ब्रॉडकास्टर एलसीआई को दिए इंटरव्यू में माक्रों नेमानवीय गलियारे को लेकर आ रही दिक्कतों के लिए रूस की आलोचना की. उन्होंने मौजूदा स्थिति को असहनीय बताया.

मानवीय संकट

यूक्रेन की जंग में अब तक कितने लोगों की मौत हुआ, यह बता पाना कठिन है. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार दफ्तर ने मंगलवार को 406 आम लोगों के मौत की पुष्टि की है. रविवार मध्यरात्रि तक 801 लोग घायल भी हुए हैं. एजेंसी का मानना है कि युद्ध के हताहतों की असल संख्या इससे काफी ज्यादा हो सकती है. विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि  उसने कम से कम छह हमले देखे हैं, जिनमें 6 स्वास्थ्यकर्मियों की मौत हुई और 11 अन्य लोग घायल हुए.

मेडिका में एक यूक्रेनी शरणार्थी बच्चा
मेडिका में एक यूक्रेनी शरणार्थी बच्चातस्वीर: Maciej Luczniewski/NurPhoto/picture alliance

रूस में कारोबार

रूस में बहुराष्ट्रीय कंपनियों का बाहर निकलना लगातार जारी है. वित्तीय सेवाओं के साथ ही तकनीक और कई तरह के उपभोक्ता सामानों से जुड़ी कंपनियां आर्थिक प्रतिबंधों के कारण रूस के बाहर जा रही हैं. रविवार को दुनिया की चार सबसे बड़ी अकाउंटिंग कंपनियों में से दो केपीएमजी और प्राइस वाटरहाउस कूपर ने रूस में कामकाज बंद करने का एलान किया. चीनी ऐप टिकटॉक ने कहा है कि रूस यूजर अब इस ऐप वीडियो नहीं डाल पाएंगे. अमेरिकन एक्सप्रेस ने भी रूस और बेलारूस में अपना सारा कामकाज बंद करने का एलान किया है. उधर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उनके देश पर लगाए जा रहे पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों की तुलना "युद्ध छेड़ने" से की है.

एनआर/वीएस (एपी, एएफपी, रॉयटर्स)

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