रामदेव अनशन की तैयारी में, सरकार सांसत में
३ जून २०११पार्टी सूत्रों का कहना है कि प्रणब मुखर्जी बाबा रामदेव से मिल सकते हैं लेकिन अब बाबा को वित्त मंत्री के पास बातचीत के लिए आना होगा. हालांकि बाबा रामदेव के साथ वार्ता शुरू करने के लिए सुबोधकांत सहाय का सहारा लिया जा सकता है. बुधवार को बाबा रामदेव से मिलने के लिए यूपीए सरकार ने अपने चार वरिष्ठ मंत्रियों को दिल्ली एयरपोर्ट भेजा लेकिन कांग्रेस पार्टी को यह फैसला नागवार गुजरा है.
प्रणब मुखर्जी, पवन कुमार बंसल, सुबोध कांत सहाय और कपिल सिब्बल बाबा रामदेव से मिलने के लिए बुधवार को एयरपोर्ट गए. अब प्रणब मुखर्जी तो रामदेव से नहीं मिलेंगे लेकिन अन्य तीन मंत्री बाबा को मनाने के प्रयास जारी रखेंगे. पार्टी का कहना है कि सरकार इस मुद्दे पर कमजोर नहीं बल्कि गंभीर है.
कमजोरी न समझें
कांग्रेस ने अपनी नाखुशी जाहिर कर दी है जिसके चलते अब सरकार हर कदम सोच समझकर रख रही है. गुरुवार शाम प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ कांग्रेस कोर समिति की बैठक हुई. दिगविजय सिंह ने प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की और उन्हें बाबा के साथ मंत्रियों की मुलाकात पर पार्टी के रुख से अवगत कराया.
इस मुद्दे पर कांग्रेस प्रवक्ता भी ज्यादा कहने से बच रहे हैं. अभिषेक मनु सिंघवी ने सिर्फ इतना कहा है कि रामदेव को मनाने के जो प्रयास किए जा रहे हैं उन्हें सरकार की कमजोरी नहीं समझा जाना चाहिए. "एक जिम्मेदार और संवेदनशील सरकार होने के नाते हम राष्ट्रहित में मुद्दों का असल और व्यवहारिक समाधान चाहते हैं. इसे डर या कमजोरी नहीं समझा जाना चाहिए." हालांकि न्यूज एजेंसी पीटीआई को एक मंत्री ने माना है कि भले ही सरकार कमजोर न हो लेकिन मंत्रियों के रामदेव से मिलने के बाद संदेश कुछ ऐसा ही गया है.
4 जून से दिल्ली के रामलीला मैदान में रामदेव भूख हड़ताल पर बैठेंगे और गांधीवादी अन्ना हजारे ने भी उनका साथ देने की बात कही है. इससे पहले अन्ना हजारे जनलोकपाल बिल के लिए अनशन पर बैठ चुके हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: आभा एम