रूस को अलग करने की कोशिश सफल नहीं होगीः पुतिन
१२ अप्रैल २०२२रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को यूक्रेन युद्ध का यह कह कर बचाव किया कि इसका एक "श्रेष्ठ" मिशन है, जो अपने लक्ष्यों को पूरा करेगा. इस बीचरूसी सेना पर लग रहे बलात्कारऔर आम लोगों के प्रति क्रूरता बरतने के आरोपों के साथ ही उसके द्वारा रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की आशंका भी जताई जा रही है.
यूक्रेनी अधिकारियों का कहना है कि मारियोपोल पर कोई जहरीली चीज गिराई गई है. यूक्रेनी अधिकारियों ने इसकी जांच शुरू कर दी है. हालांकि रूस समर्थित अलगाववादी ताकतों ने मारियोपोल पर नियंत्रण की कोशिश के दौरान रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के आरोपों से इनकार किया है. अलाववादी नेता एडुआर्ड बासुरिन ने इंटरफैक्स न्यूज एजेंसी से बातचीत में साफ कहा कि रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल नहीं हुआ है.
उधर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने दक्षिण कोरिया की संसद को संबोधित करते हुए बताया कि मारियोपोल पर रूसी हमले में तकरीबन 10 हजार लोगों के मरने की आशंका है. उन्होंने मंगलवार को यूरोपीय संघ से आग्रह किया कि वह सभी रूसी बैंकों और रूसी तेल पर प्रतिबंध लगाए. साथ ही, रूसी गैस का आयात बंद करने के लिए एक तारीख तय कर दे.
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने वीडियो लिंक के जरिए मंगलवार को ही लिथुआनिया की संसद में भी भाषण दिया. उन्होंने कहा कि रूस का राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व मान रहा है कि वह यूक्रेन पर हमले जारी रख सकता है. जेलेंस्की ने यूरोपीय संघ से आग्रह किया है कि युद्ध रोकने के लिए रूस पर और कड़े प्रतिबंध लगाए जाएं.
रूस ने कहा, क्रूज मिसाइल इस्तेमाल किए
रूसी सेना का कहना है कि उसने यूक्रेन के हथियारों को लंबी दूरी के क्रूज मिसाइल से निशाना बनाया है. रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता मेजर जनरल इगोर कोनाशेंकोव ने मंगलवार को कहा कि सेना ने हवा और सागर से दागी जाने वाली मिसाइलों का इस्तेमाल हथियारों के डिपो और जंगी जहाजों के हैंगर को ध्वस्त करने में किया है. ये ठिकाने स्तारोकोस्तियांतिनिव और खमेलनिस्त्सकी इलाके में हैं. कोनाशेंकोव का कहना है कि एक और हमले ने कीव के पास हावरलिव्का के हथियार डिपो को ध्वस्त कर दिया है.
यूक्रेन की पुलिस का कहना है कि एक 64 साल के इंसान की माइन ब्लास्ट में मौत के बाद उन्होंने युद्ध अपराध की जांच शुरू कर दी है. यूक्रेनी पुलिस के मुताबिक रूसी सेना जिन इलाकों से अब बाहर निकल गई है, वहां कई जगहों पर माइन लगे हुए हैं. यूक्रेनी सेना लोगों को इन इलाकों में सावधानी बरतने की चेतावनी दे रही है.
रूस की सरकारी गैस कंपनी गाजप्रोम यूक्रेन के जरिए अब भी हर दिन करीब 7.46 करोड़ क्यूबिक मीटर रूसी गैस की सप्लाई कर रही है. बीते हफ्तों में यूरोपीय देशों को की जाने वाली सप्लाई और बढ़ी है. इस बीच विश्व बैंक यूक्रेन की मदद के लिए 1.5 अरब डॉलर के पैकेज की तैयारी कर रहा है. इसमें 1 अरब डॉलर की रकम गरीब देशों के विकास के लिए बनाए गए कोष से आएगी.
साइबर हमले का आरोप
यूक्रेन के अधिकारियों का कहना है कि रूसी सेना के हैकरों की देश के पावर ग्रिड पर साइबर हमले की योजना नाकाम हो गई है. अधिकारियों के मुताबिक, देश के कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स ने एक हमले को नाकाम कर दिया है. इसकी योजना रूस के जीआरयू मिलिट्री इंटेलिजेंस एजेंसी ने बनाई थी. इसके जरिए ये लोग पिछले शुक्रवार को इलेक्ट्रिक सब-स्टेशनों को निशाना बनाना चाहते थे. अधिकारियों का कहना है कि इसके लिए कंप्यूटर के आंकड़ों को नष्ट करने वाला वायरस बनाया गया था.
जीआरयू के हैकरों ने इससे पहले 2015 और 2016 की सर्दियों में यूक्रेन के पावर ग्रिड पर साइबर हमला किया था. हालांकि यूक्रेन युद्ध में जितनी आशंका जताई गई थी, उसकी तुलना में कम ही साइबर हमले हुए हैं. युद्ध शुरू होते ही कुछ हमले जरूर हुए थे, जिनमें यूक्रेनी सेटेलाइटों के कम्युनिकेशन लिंक को निशाना बनाया गया. इसकी वजह से यूक्रेन के साथ ही कई और यूरोपीय देश भी प्रभावित हुए.
"अलग थलग नहीं होगा रूस"
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चेतावनी दी है कि रूस को अलग-थलग करने की पश्चिमी देशों की कोशिश नाकाम होगी. पुतिन ने रूसी अंतरिक्ष कार्यक्रम का हवाला देते हुए कहा कि कार्यक्रम की सफलता इस बात का सबूत है कि रूस कठिन परिस्थितियों में शानदार काम कर सकता है. पुतिन का कहना है कि "विशेष सैन्य अभियान" के जरिए रूस का मुख्य लक्ष्य रूसी बोलने वाले डोनबास और पूर्वी यूक्रेन के लोगों की रक्षा है. साथ ही, पुतिन ने यह भी कहा कि यूक्रेन की रूस विरोधी राष्ट्रवादी केंद्र की स्थिति को खत्म करना भी उनका मकसद है.
रूसी राष्ट्रपति कई हफ्तों बाद सार्वजनिक रूप से नजर आए हैं. मंगलवार को वह रूस के सुदूर पूर्वी इलाके में मौजूद वोस्तोच्नी स्पेस लॉन्च सेंटर गए थे. यूक्रेन पर हमले के बाद पुतिन पहली बार मॉस्को से बाहर निकले हैं. इस मौके पर पुतिन ने अंतरिक्ष केंद्रों का दौरा किया और उनके साथ बेलारूस के राष्ट्रपति आलेक्जांडर लुकाशेंको भी थे.
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जर्मनी में 330,000 यूक्रेनी शरणार्थी
जर्मन अधिकारियों का कहना है कि अब तक यूक्रेन से जर्मनी में 330,000 शरणार्थी आए हैं. इनमें ज्यादातर औरतें और बच्चे हैं. यह संख्या पुलिस के पास दर्ज नामों के आधार पर है. अधिकारियों का कहना है कि असल संख्या इससे ज्यादा हो सकती है. फिलहाल जर्मनी की पूर्वी सीमाओं पर ज्यादा सख्ती नहीं है और कोई भी यूक्रेनी नागरिक 90 दिनों के लिए बिना वीजा यूरोपीय संघ में आ सकता है. संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने मंगलवार को बताया कि अब तक यूक्रेन से बाहर निकलने वाले लोगों की कुल संख्या 46 लाख है. इनमें से 26 लाख से ज्यादा लोग यूक्रेन से निकलने के बाद सबसे पहले पोलैंड गए हैं.
जापान की कैबिनेट ने रूस के खिलाफ नए प्रतिबंधों को मंजूरी दे दी है. इनमें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उनकी दो बेटियों समेत करीब 400 लोगों की संपत्ति जब्त करने के साथ ही नए निवेश और रूसी शराब वोदका के आयात पर रोक लगाई गई है. जापान अब तक रूस के 500 से ज्यादा लोगों पर प्रतिबंध लगा चुका है.
रूस के पूर्व वित्त मंत्री आलेक्सी कुदरीन ने मंगलार को कहा कि रूसी अर्थव्यवस्था 2022 में 10 फीसदी से ज्यादा सिमटने की राह पर है. कुदरीन का कहना है कि रूस के सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी में 1991 के बाद यह अब तक की सबसे बड़ी गिरावट होगी. 1991 में सोवियत संघ का विघटन हुआ था. यूक्रेन पर हमले के बाद लगे पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों के कारण रूस में महंगाई काफी ज्यादा बढ़ गई है और इसके जल्दी घटने के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं.
एनआर/एसएम (रॉयटर्स, एपी)