लंदन में यूरो 2020 का फाइनल
१९ सितम्बर २०१४स्विट्जरलैंड के जेनेवा शहर में यूरोपीय फुटबॉल की शीर्ष एजेंसी के अध्यक्ष ने घोषणा की कि यूरो 2020 फुटबॉल चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल मुकाबले जर्मनी के म्यूनिख, अजरबैजान की राजधानी बाकू और रूस के सेंट पीटर्सबर्ग और इटली की राजधानी रोम में खेले जाएंगे.
लंदन ने सेमीफाइनल और फाइनल के मुकाबले के लिए अपने प्रतिद्वंद्वी म्यूनिख को हरा कर कब्जा जमाया है. वोटिंग के पहले जर्मन फुटबॉल से जुड़े अधिकारियों ने संकेत दिए थे कि वह इंग्लैंड के लिए रास्ता छोड़ देंगे ताकि 2024 की यूरो चैंपियनशिप के जर्मनी में होने का रास्ता साफ हो पाए. यूरो चैंपियनशिप की 60वीं वर्षगांठ के मौके पर यूएफा ने पूरे महाद्वीप में मैच कराने का फैसला किया है. वर्ल्ड कप के बाद यूरो कप को फुटबॉल का सबसे बड़ा आयोजन माना जाता है. इसमें यूरोप की राष्ट्रीय टीमें हिस्सा लेती हैं. इससे पहले 2016 का यूरो कप फ्रांस में खेला जाएगा.
1960 में पहली बार यूरो कप आयोजित हुआ. क्वार्टर फाइनल के आयोजन के अलावा रोम, म्यूनिख, बाकू और सेंट पीटर्सबर्ग तीन ग्रुप स्तर के मैचों का भी आयोजन करेंगे. उन्हीं मेजबानों को इसके लिए चुना गया जिनके स्टेडियमों में 60,000 दर्शकों की क्षमता है. कोपेनहेगन, बुखारेस्ट, एम्सटडर्म, डबलिन, बिलबाओ, बुडापेस्ट, ब्रसेल्स, ग्लासगो अंतिम 16 के एक एक मैचों की मेजबानी करेंगे.
लंदन, म्यूनिख, रोम, ब्रसेल्स या ग्लोसगो के पास बड़े खेल आयोजन कराने का अनुभव है. इन्होंने अपने यहां विश्व कप, यूरो या चैंपियंस लीग कराए हैं. लेकिन यह पहली बार है कि बाकू, बुडापेस्ट या बुखारेस्ट बड़े खेल आयोजन की मेजबानी करेंगे. 2020 के यूरो कप के लिए बाकू और बुडापेस्ट में अब तक स्टेडियम बनाने का काम शुरू नहीं हुआ है.
इस मौके पर प्लातीनी ने कहा, "यह ऐतिहासिक क्षण है क्योंकि हम चैंपियनशिप यूरोप के हर देश में कराएंगे और खास कर ऐसे देशों में जिन्हें कभी ऐसी चैंपियनशिप की मेजबानी का मौका नहीं मिलता."
एए/एजेए (एपी, एएफपी)