लाइट एथेलेटिक्स में जर्मनी को सोना
१८ अगस्त २०१४स्वर्ण पदक के साथ ही क्रिस्टिना श्वानित्स ने अपने करियर का सबसे बड़ा खिताब जीता. विश्व चैंपियनशिप में उपविजेता रही श्वानित्स ने 19.90 मीटर गोला फेंक कर प्रतियोगिता जीती. यूरोपीय प्रतियोगिता के क्वालिफिकेशन के लिए भी श्वानित्स ने 19.35 मीटर गोला फेंक कर जगह बनाई थी. जीत के बाद उन्होंने कहा, "यह कोई बच्चों का खेल नहीं था, असली खेल था. दूसरी कोशिश के बाद देखा जा सकता था कि मैं जीत रही हूं." इस प्रतियोगिता में दूसरे नंबर पर रूस की येवगेनिया कोलोदको और तीसरे पर हंगरी की अनिता मैर्टन रहीं. 2012 में हेलसिंकी में जर्मनी की नदीने क्लाइनर्ट ने ये खिताब जीता था. उस समय श्वानित्स पांचवे नंबर तक ही पहुंच सकी थीं. हालांकि 2013 के दौरान वह यूरोपीय चैंपियन बनी और मॉस्को की वर्ल्ड चैंपियनशिप में रजत पदक ले कर आईं.
निर्बाध बाधा दौड़
आन्त्ये मोएल्डनर श्मिट जर्मनी के लिए अप्रत्याशित सोना ले कर आईं. 30 साल की मोएल्डनर श्मिट ने 3000 मीटर की बाधा दौड़ 09 मिनट 29 सेकंड में पूरी की. दो साल पहले हेलसिंकी में उन्होंने कांस्य पदक जीता था. वह पहली जर्मन हैं जो यह दौड़ जीती हैं. रजत पदक स्वीडन की शार्लोटा फोगबैर्ग और कांस्य स्पेन की डियाना मार्टिन ने जीता.
फर्राटा में रजत
युलियान रॉयस और लुकास याकुबजित ने चार गुणा सौ मीटर में रजत पदक जीता. महिलाओं में ये प्रतियोगिता ब्रिटेन ने जीती. दूसरा स्थान संयुक्त रूप से फ्रांस और रूस को मिला. जर्मनी की वेरेना साइलर एक्सचेंज में गड़बड़ी के बाद प्रतियोगिता से बाहर हो गईं.
1500 मीटर की दौड़ में जर्मनी के होमियो टेस्फाये और टिमो बेनिट्स पहले नंबर से चूक गए. इस प्रतियोगिता में फ्रांस जीता. वहीं भाला फेंक की जोड़ी थोमास रोएलर और आंद्रेयास होफमन जीत के नजदीक भी नहीं पहुंच सके. रोएलर 12 नंबर से नीचे ही नहीं उतरे. वहीं होफमन नौवें नंबर रहे. इस प्रतियोगिता में फिनलैंड के आंटी रुसकानेन ने 88.01 मीटर की दूरी पर भाला फेंक कर सोना जीता.
रिपोर्टः काले कॉप्स/एएम
संपादनः ओंकार सिंह जनौटी