लीबिया में नो फ्लाई जोन को हरी झंडी
१८ मार्च २०११गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में लीबिया के आसमान को उड़ान निषिद्ध क्षेत्र घोषित करने पर वोटिंग हुई. पांच स्थायी और 10 अस्थायी सदस्यों वाली परिषद में से वोटिंग के दौरान पांच सदस्य गैरहाजिर रहे. इनमें स्थायी सदस्यों रूस और चीन के अलावा भारत, ब्राजील और जर्मनी भी शामिल हैं. रूस और चीन पहले से ही इस प्रस्ताव का विरोध करते रहे हैं. बाकी सभी 10 सदस्यों ने प्रस्ताव के समर्थन में वोट किया.
अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन ने प्रस्ताव को जल्दी पारित कराने के लिए जोर लगाया. उनका कहना था कि गद्दाफी की फौज तेजी से आगे बढ़ रही है. फौज बेनगाजी शहर की ओर बढ़ रही है जो विद्रोहियों का गढ़ है. ऐसी आशंका जताई जा रही है कि बेनगाजी में गद्दाफी की फौज कत्लेआम कर सकती है और उसके रोकने के लिए जल्द से जल्द कार्रवाई होनी चाहिए.
गुरुवार रात ही कर्नल गद्दाफी ने अपने सैनिकों से कहा था कि बेनगाजी से विद्रोहियों को खदेड़ दें.
फ्रांस के प्रधानमंत्री फ्रैंकोएज फिलोन ने कहा कि प्रस्ताव पारित होने की सूरत में उनका देश गद्दाफी के खिलाफ कुछ ही घंटों के भीतर सैन्य कार्रवाई का समर्थन करेगा. अमेरिका ने कहा है कि वह कार्रवाई की तैयारी कर रहा है.
सुरक्षा परिषद में प्रस्ताव पारित होने की खुशी में बेनगाजी में जश्न मनाया गया. विद्रोहियों ने हवा में गोलियां चलाकर अपनी खुशी का इजहार किया.
लीबिया में 41 साल से सत्ता पर काबिज कर्नल गद्दाफी को हटाने के लिए देश का एक तबका विद्रोह कर रहा है. इन विद्रोहियों ने कई शहरों पर कब्जा कर लिया था लेकिन सरकारी सेना ने बहुत बड़ा हिस्सा वापस छीन लिया है. अब सेना बेनगाजी शहर की ओर बढ़ रही है.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः महेश झा