वर्ल्ड कप: इंग्लैंड की टक्कर मेक्सिको से
२६ जून २०११जर्मनी में महिलाओं का फुटबॉल वर्ल्ड कप रविवार से शुरू हो रहा है. इंग्लैंड के कोच होप पॉवेल की टीम वॉर्म अप मैचों में उत्तर कोरिया और ऑस्ट्रेलिया की टीम से शिकस्त खा चुकी है. लेकिन हार के बावजूद इंग्लैंड के कोच का कहना है कि वह सबसे मजबूत टीम को जर्मनी लाए हैं. 2009 में इंग्लैंड यूरोपीय चैंपियनशिप में उपविजेता रहा और वर्ल्ड कप क्वालीफाइंग में भी उसका प्रदर्शन बढ़िया रहा. कोच का कहना है कि टीम का मजबूत पक्ष उसमें अनुभव और नई प्रतिभा का बेहतर तालमेल का होना है.
"अतीत की तुलना में हमारे पास आज ज्यादा संतुलित टीम है. कोच के रूप में यह अनुभव कर पाना बेहद अच्छा है. लड़कियों ने टीम में चयन के लिए कड़ी मेहनत की है और अब उन्हें पहले मैच को अपने पक्ष में करना है." क्वालीफाइंग राउंड में इंग्लैंड अजेय रहा और आठ मैचों में उसके खिलाफ सिर्फ दो गोल हुए.
सोमवार को जापान का मुकाबला न्यूजीलैंड से होना है. जापान के कंधों पर एशिया की उम्मीदों का बोझ है क्योंकि चीन वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाइ करने में नाकाम रहा. एशिया से सिर्फ जापान और उत्तर कोरिया ने ही क्वालीफाई किया है. 1999 के फाइनल में अमेरिका के हाथों चीन फाइनल में हार गया था.
न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में वैसे दावा तो जापान का ही मजबूत समझा जा रहा है. 1991 और 2007 में उसकी टीम एक भी मैच जीत पाने में नाकाम रही. इसके उलट जापान ने पिछले पांच वर्ल्ड कप में क्वालीफाइ किया और 1995 में तो क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई. लेकिन जापान अपने प्रतिद्वंद्वी को आसान नहीं आंक रहा है. जापान का कहना है कि न्यूजीलैंड के खिलाड़ियों के पास ताकत और तेजी है और इससे निपटने की रणनीति तैयार हो रही है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ए कुमार