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वर्ल्ड कप में स्पिनर करेंगे गेंदबाजी की शुरुआत

१८ फ़रवरी २०११

वर्ल्ड कप 2011 में सभी कप्तान इस बात पर एकमत हैं कि क्रिकेट के इस महासंग्राम में तेज गेंदबाजों के बजाय फिरकी गेंदबाज अपना कमाल दिखाएंगे. वर्ल्ड कप में स्पिनर गेंदबाजी की शुरुआत भी कर सकते हैं.

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तस्वीर: UNI

सभी कप्तान विरोधी टीमों के धुरधंर बल्लेबाजों को अपने स्पिनरों के दम पर रोकने की योजना बना रहे है. वर्ल्ड कप के इतिहास को देखें तो पता चलता है कि स्पिनरों ने विस्फोटक बल्लेबाजों को रन बनाने से रोकने में खासी सफलता पाई है.

वर्ल्ड कप 1992 में न्यूजीलैंड के कप्तान मार्टिन क्रो ने सभी को हैरत में डालते हुए ऑफ स्पिनर दीपक पटेल से गेंदबाजी की शुरुआत करवाई. जब विरोधी टीमों के बल्लेबाज पहले 15 ओवरों में ताबड़तोड़ रन जुटाने की कोशिश में होते हैं तो स्पिन गेंदबाज को गेंद देना एक दिलचस्प कदम हो सकता है. खासतौर से उन परिस्थितियों में जहां विकेट में स्पिनरों के लिए मदद हो.

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तस्वीर: AP

क्रो के इस प्रयोग को लगभग दो दशक बीत गए, लेकिन बीच-बीच में देखा गया कि कई कप्तानों ने स्पिनरों से गेंदबाजी की शुरुआत करवाई. इस वर्ल्ड कप में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिल सकता है.

जिम्बाब्वे प्रयोग को तैयार

जिम्बाब्वे ने पहले ही तय कर लिया है कि वह इस तरह के किसी भी प्रयोग से हिचकिचाएगा नहीं. जिम्बाब्वे के कोच एलन बूचर ने कहा, "निश्चित तौर पर हमारे लिए यह एक विकल्प है कि हम स्पिनर से गेंदबाजी शुरू करवाएं." स्पिन गेंदबाज प्रोसपर उत्सेया ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वॉर्म अप मैच में तेज गेंदबाज क्रिस मोफू के साथ गेंदबाजी की शुरुआत की थी.

बूचर ने कहा, "स्पिनर से गेंदबाजी की शुरुआत करवाना हमारी रणनीति का हिस्सा रहा है और हम पिछले साल या उससे पहले से ऐसा कर रहे हैं अगर वर्ल्ड कप में दूसरी टीमें यह प्रयोग नहीं करेंगी तो मुझे आश्चर्य होगा." उन्होंने कहा, "मैं इस बात को नकार नहीं रहा हूं कि हम दो सीम गेंदबाजों के साथ नई गेंद का फायदा नहीं उठाएंगे, लेकिन हमारी कोशिश होगी कि कम से कम कुछ समय के लिए शुरुआती ओवरों में स्पिनरों को आजमाया जाए."

उन्होंने कहा, "पिछले कुछ सालों से हमारे स्पिनर सफल रहे हैं और मैं देख रहा हूं कि उनमें लगातार सुधार हो रहा है. किसी भी परिस्थिति में आपके सबसे अच्छे गेंदबाज आपके बेहतरीन विकल्प होते हैं."

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तस्वीर: AP

एशियाई स्पिनरों का जादू चलेगा

बांग्लादेश में भी प्रभावी स्पिनरों की पूरी जमात है. भारतीय टीम में हरभजन सिंह और आर अश्विन के साथ पीयूष चावला को तीसरे स्पिनर के तौर पर शामिल करके स्पिन गेंदबाजी विभाग को मजबूत बनाने की कोशिश की गई है. यहां तक कि दक्षिण अफ्रीका ने भी इस बार तीन स्पिनरों को टीम में जगह दी है. जॉन बोथा, रॉबिन पीटरसन और पाकिस्तान मूल के लेग स्पिनर इमरान ताहिर दक्षिण अफ्रीका टीम में स्पिन गेंदबाजी का भार संभालेंगे.

जिम्बाब्वे के खिलाफ वॉर्म अप मैच में ताहिर ने तीन विकेट चटकाए थे, लेकिन वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में किसी नए खिलाड़ी को उतारना दक्षिण अफ्रीका के लिए एक जुए की तरह होगा. हालांकि कप्तान ग्रेम स्मिथ इस बारे में ताहिर की प्रतिभा पर विश्वास जताते हैं.

स्मिथ ने कहा, "मेरे विचार से वॉर्मअप मैच ताहिर के लिए एक मौका था और उसने दिखा दिया कि उसमें प्रतिभा है." उन्होंने कहा, "हमारे सभी स्पिनर अच्छे हैं और टीम में कॉम्पिटिशन है. मैं इसे सकारात्मक नजरिये से देखता हूं."

रिपोर्टः रॉयटर्स/एस खान

संपादनः वी कुमार

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