विमान यात्रियों के लिए कड़े होंगे नियम
२७ दिसम्बर २००९अमेरिकी सरकार ने विमान को उड़ाने की कोशिश को आतंकी हमला बताया है. इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सभी एयरपोर्टों पर सघन सुरक्षा के निर्देश दिए हैं. इस बीच विवाद अब अमेरिकी और नीदरलैंड्स के एयरपोर्ट सुरक्षा इंतजा़मों को लेकर भी शुरू हो गया है.
नीदरलैंड्स के अधिकारियों का कहना है कि उनके स्तर पर पूरा एहतियात और नियम कायदे बरते गए थे और अमेरिकी अधिकारियों ने ही फ़्लाइट के डिपार्चर को हरी झंडी दी थी. जानकारों की राय में ये मामला इसलिए भी चिंता जगाता है कि इस शख़्स का नाम कथित तौर पर अमेरिकी ख़ुफ़िया डाटाबेज़ में भी कुछ समय दर्ज रहा था. उसके बावजूद उस पर अतिरिक्त निगरानी नहीं रखी गई.
हालांकि दुनिया भर के हवाई अड्डों पर चौकसी कड़ी कर दी गई है लेकिन अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि देश में हवाई सुरक्षा को ख़तरे की बत्ती अभी लाल करने की फ़िलहाल उनकी योजना नहीं है.
लेकिन इस पूरे मामले से सबसे ज़्यादा परेशानी में आ गए हैं आम यात्री. हवाई अड्डों पर बताया जा रहा है कि स्क्रीनिंग की प्रक्रिया इतनी लंबी और जटिल कर दी गई है कि लोग खिन्न हो रहे हैं.
अमेरिकी अधिकारियों ने तो यहां तक कहा दिया है कि नए नियम अविश्वसनीय किस्म के होंगे. इस बात से भी यात्रियों में हदस होने लगी है. बताया गया है कि चेक इन के समय को बदला जा सकता है. और यात्रियों को अभूतपूर्व जांच से गुज़रना पड़ सकता है. एक समाचार एजेंसी के मुताबिक दूध पीते बच्चे के साथ यात्रा कर रही एक मां को एक एक बोतल से नमूना निकालकर दिखाना पड़ा. ऐसी भी रिपोर्टें हैं कि अमेरिका में अब यात्रियों को लैंडिंग से पहले एक घंटे तक विमान में ही बैठे रहना होगा. वे इस दौरान टॉयलेट नहीं जा सकते या सीट के ऊपर रखा अपना सामान नहीं निकाल सकते. एक घंटा पहले उनसे तकिया और कंबल भी ले लिए जाएंगें.
यहां तक कि विमान के टीवी स्क्रीनों पर विमान की उड़ान की स्थिति और पोज़ीशन बताने वाला जीपीएस सिस्टम भी आइंदा बंद किया जा सकता है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस जोशी
संपादन: ए जमाल