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विवादों का लीग आईपीएल

१६ मई २०१३

भले ही आईपीएल क्रिकेट का सबसे बड़ा लीग हो लेकिन इसकी बुनियाद ही विवादों पर पड़ी. जब कपिल देव की अगुवाई में इंडियन क्रिकेट लीग बनी, तो काट निकालने के लिए बीसीसीआई ने आईपीएल बना डाला. देखते हैं इसके कुछ अहम विवाद.

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तस्वीर: Manjunath Kiran/AFP/GettyImages

मोदी की रुखसतीः आईपीएल को पैसे छापने की मशीन बनाने वाले बीसीसीआई के पूर्व अधिकारी ललित मोदी हैं. उन्होंने पहले तीन सालों में ही आईपीएल को करिश्माई कामयाबी तक पहुंचा दिया. यहां तक कि 26/11 के आतंकवादी हमलों की वजह से 2009 में इसे दक्षिण अफ्रीका में आयोजित करना पड़ा, फिर भी यह कामयाब रहा. लेकिन वही मोदी वित्तीय अनियमितता में फंस गए और क्रिकेट का एक खेमा कहता है कि बीसीसीआई अध्यक्ष श्रीनिवासन से नाराजगी की वजह से उन्हें फंसाया गया. मोदी की छुट्टी हो गई, अब वह भारत से बाहर रह रहे हैं.

शाहरुख का झगड़ाः कोलकाता टीम के मालिक शाहरुख खान कभी स्टेडियम में सिगरेट पीने, तो कभी गार्ड से उलझ जाने की वजह से आईपीएल में विवादों के साए में रहते हैं. पिछले साल उन्होंने मुंबई स्टेडियम में कुछ ऐसा किया कि उनके जीवन भर वहां जाने पर पाबंदी लग गई. हालांकि पिछले साल उनकी टीम ने चैंपियनशिप जीत ली. शाहरुख खान का इससे पहले भारत के क्रिकेटर सौरव गांगुली से भी विवाद हो चुका है.

भज्जी का थप्पड़ः श्रीसंत पहले भी आईपीएल में विवाद की वजह बन चुके हैं. जब वह किंग्स एलेवन की टीम से खेलते थे, तो उनका झगड़ा भारतीय टीम के स्पिनर हरभजन सिंह से हुआ और कहा जाता है कि भज्जी ने श्रीसंत को थप्पड़ जड़ दिया. बाद में श्रीसंत की रोती हुई तस्वीर और वीडियो सुर्खियों में रही. हालांकि बाद में दोनों में सुलह हो गई. हाल ही में श्रीसंत ने दावा किया कि भज्जी ने थप्पड़ नहीं लगाया था, बल्कि उन्हें कुहनी से धक्का दिया था. अब स्पॉट फिक्सिंग की वजह से वह दोबारा सुर्खियों में हैं.

सौरव का गौरवः भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के लिए आईपीएल बेहद परेशान करने वाला टूर्नामेंट रहा. कोलकाता की टीम से खेलने वाले सौरव को पहले कप्तानी के पद से हटाया गया और बाद में टीम से ही निकाल दिया गया. हालांकि दादा ने हर बार अपनी किस्मत आजमाई और बाद के दिनों में वह पुणे वॉरियर्स की तरफ से आईपीएल में खेले.

गिरफ्तार ऑस्ट्रेलियाईः पिछले साल के आईपीएल के दौरान ऑस्ट्रेलिया के ल्यूक पोमरबाख ने भारतीय मूल की एक अमेरिकी महिला को छेड़ दिया, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. यह घटना दिल्ली के एक बड़े पांचसितारा होटल की थी. बैंगलोर टीम में शामिल 27 साल के ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी पर आरोप था कि मौर्या होटल में उन्होंने महिला के साथ बदतमीजी की, जिसकी वजह से उन्हें सलाखों के पीछे जाना पड़ा. हालांकि बाद में यह मामला ठंडा पड़ गया और पोमारबाख वापस ऑस्ट्रेलिया चले गए.

दक्कन की विदाईः आईपीएल में शुरू से शामिल हैदराबाद की डेक्कन चार्जर्स को पिछले साल उस वक्त बोरिया बिस्तर बांध लेना पड़ा, जब इसके मालिक अदालत के सामने 100 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी पेश करने में नाकाम हो गए. हालांकि इस साल हैदराबाद से सनराइजर्स नाम की दूसरी टीम को आईपीएल में जगह मिल गई. इसके मालिक दयानिधि मारन की सन ग्रुप है.

क्रिकेट में ड्रग्सः भारत के उभरते हुए स्पिनर राहुल शर्मा और पुणे वॉरियर्स के उनके साथी खिलाड़ी वेन पार्नेल रेव पार्टी में फंस गए. पिछले साल जब मुंबई में ड्रग का इस्तेमाल करते कई लोगों को पकड़ा गया, तो उनमें ये दोनों भी शामिल थे. शर्मा ने खुद को बेकसूर बताया और कहा कि अगर वह दोषी साबित हुए तो खेल छोड़ देंगे. लेकिन उन पर मामला अब भी चल रहा है.

पहली स्पॉट फिक्सिंगः 2012 के आईपीएल के दौरान ही पहली बार स्पॉट फिक्सिंग का मामला सामने आया, जब एक टेलीविजन चैनल ने स्टिंग ऑपरेशन करके पांच खिलाड़ियों को स्पॉट फिक्सिंग का दोषी पाया. इन पांच खिलाड़ियों में डेक्कन चार्जर्स के टीपी सुधींद्र, पुणे वॉरियर्स के मोहनीश मिश्र, पंजाब एलेवन के शलभ श्रीवास्तव और अमित यादव तथा अभिनव बाली शामिल थे. इन्हें सस्पेंड कर दिया गया.

संकलनः ए जमाल

संपादनः मानसी गोपालकृष्णन

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