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वीडियो: खून को थक्का बना देता है सांप का जहर

५ मई २०१७

जहरीले सांप के डंक से इंसान की मौत क्यों हो जाती है? 41 सेकेंड के भीतर इसका जवाब मिल जाता है.

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Pharmafirma nutzt Schlangen im Dienste der Gesundheit
तस्वीर: picture-alliance/dpa

सांप के विष का इंसानी शरीर पर असर इस वीडियो से साफ पता चल जाता है. रसेल वाइपर नाम के सांप के जहर की एक बूंद को इंसान के खून में मिलाया गया. इसके बाद खून को जरा सा हिलाया गया. और देखते ही देखते खून थक्के या जेली में बदल गया.


सांप का जहर, इंसान या दूसरे जानवरों के शरीर में ऐसा ही असर करता है. विष में खून के मिलते ही थक्के बनने लगते हैं. ये थक्के तंत्रिका तंत्र और दिल तक पहुंचकर जानलेवा साबित होते हैं. हर साल दुनिया भर में सर्पदंश से 20,000 लोग मारे जाते हैं. लेकिन जहर का इलाज जहर से ही किया जाता है.

सांप या अन्य विषैलों जीवों के जहर को निकालकर एंटी वैनम बनाया जाता है. इस एंटी वैनम की बहुत ही कम मात्रा किसी जानवर के शरीर में नियमित रूप से इंजेक्ट की जाती है. जानवर का शरीर जहर की बहुत कम खुराक के खिलाफ एंटीडोट बनाने लगता है. कई महीनों तक ऐसा होने के बाद जानवर के खून से एंटीडोट निकाला जाता है. उसे फिल्टर और सघन करने के बाद एंटीडोट मिलता है. एंटीडोट की खुराक शरीर में विष के प्रभाव को रोकती है.

(सदियों से सांपों के जानकार हैं भारतीय सपेरे)