वीडियो: धार्मिक कट्टरपंथियों को नवाज का संदेश
२५ अप्रैल २०१७नवाजुद्दीन सिद्दिकी पिछले साल अपने शहर मुजफ्फरनगर में रामलीला में हिस्सा लेना चाहते थे. वह चाहते थे कि उनका अभिनय उनके शहर और गांव के लोग भी देखें, वो भी नंगी आंखों से, बिना किसी फिल्मी पर्दे के. इसकी तैयारी भी थी, लेकिन शिव सेना के कुछ हुल्लड़बाजों ने इस पर पानी फेर दिया.
उन्होंने कहा कि कोई मुसलमान कैसे रामलीला का पात्र बन सकता है. कुछ दिनों बाद लगा कि यह विवाद भी अब पुराना हो गया और धूल की गर्त में चला गया है.
लेकिन नवाज के मन में टीस रह गई. उसी पीड़ा को दिग्गज कलाकार ने इस बार एक वीडियो के जरिये सामने रखा है.
42 साल के नवाजुद्दीन आम तौर पर सुर्खियां बटोरने वाले इंवेट्स से दूर रहते हैं. तमाम किस्म की ठोकरें और धक्के खाकर अपना मुकाम हासिल करने वाले नवाजुद्दीन आज भी बीच बीच में गांव जाकर खेती में अपने परिवार का हाथ बंटाते हैं.
नवाज ने बड़े आराम से इंसानियत का संदेश दे दिया. लेकिन मीडिया का धड़ा इसे सोनू निगम के अजान विवाद से जोड़ रहा है. जबकि नवाज का संदेश इस विवाद से कहीं ज्यादा व्यापक है. उसमें तोड़ मोड़ या जवाब जैसी नहीं, बल्कि एकता की भावना है.
(नस्लभेद का शिकार हुए सितारे)