'शरणार्थियों के कारण बढ़ा है आतंकवाद का डर'
१२ जुलाई २०१६वॉशिंगटन आधारित प्यू रिसर्च सेंटर ने एक ऐसा सर्वे प्रकाशित किया है जिसमें उसने करीब आधे यूरोपीय लोगों में शरणार्थियों के आने से देश में आतंकवाद बढ़ने का डर पाया. सर्वे में शामिल यूरोप के दस में से आठ देशों की आधी से ज्यादा यानि यूरोप की करीब 80 फीसदी आबादी ऐसा मानती है. शरणार्थियों के खिलाफ सबसे कठोर विचार रखने वाले 76 प्रतिशत लोग हंगरी और करीब 71 प्रतिशत पोलैंड में मिले. जर्मनी में भी सर्वे में शामिल किए गए करीब 61 फीसदी लोगों का यही मानना था, और ब्रिटेन के 52 प्रतिशत लोगों ने भी ऐसी ही आशंका जताई.
थोड़े हैरान करने वाले आंकड़े फ्रांस से मिले, जो बीते साल कई बार आतंकी हमलों का शिकार बनाया गया है. फ्रासं के 46 फीसदी लोगों का ही ऐसा मानना था कि शरणार्थियों के कारण आतंकवाद की संभावना बढ़ती है. सर्वे में लिखा है, "यूरोप में हाल ही में रिफ्यूजी आबादी में आई भारी बढ़ोत्तरी के कारण पूरे महाद्वीप में दक्षिणपंथी पार्टियों के प्रवासी-विरोधी नारों में तेजी आई है और ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर निकलने के फैसले को लेकर बहस और गर्माई है."
2015 में यूरोप में करीब 10 लाख अवैध प्रवासी पहुंचे. मध्यपूर्व, एशिया और अफ्रीका के संकटग्रस्त इलाकों से जान बचाकर भागे कई लोग यूरोप में शरण लेना चाहते हैं.
सर्वे के नतीजों के बारे में बताते हुए लिखा गया है, "यह समझना जरूरी है कि रिफ्यूजी को लेकर चिंताएं देश में प्रवेश कर रहे प्रवासियों की संख्या से पूरी तरह जुड़ी नहीं मानी जानी चाहिए." ऐसे कई देश हैं जहां यूरोपीय देशों से कहीं अधिक संख्या में शरणार्थी मौजूद हैं, लेकिन उनके बारे में ऐसे विचार नहीं हैं. जर्मनी और स्वीडन में भी पोलैंड और हंगरी के मुकाबले कहीं ज्यादा प्रवासी पहुंचे हैं.
इस सर्वे से एक और बात साफ दिखती है कि शरणार्थियों के बारे में राय इस कारण और भी नकारात्मक बन जाती है क्योंकि उनमें से ज्यादातर मुसलमान हैं. यूरोप में पहले से रह रहे मुसलमानों के बारे में जैसा नजरिया बना हुआ है, वही शरणार्थियों के बारे में राय पर भी असर डालता है.
हंगरी, पोलैंड, इटली और ग्रीस के हर 10 में 6 लोगों की अपने देश में रह रहे मुसलमानों के बारे में अच्छी राय नहीं थी. जर्मनी की अति दक्षिणपंथी एएफडी पार्टी के ज्यादातर समर्थकों में मुस्लिम आबादी के बारे में नकारात्मक सोच पाई गई.
इस सर्वे में जर्मनी, स्वीडन, ब्रिटेन, फ्रांस, स्पेन, इटली, ग्रीस, नीदरलैंड्स, पोलैंड और हंगरी जैसे कई यूरोपीय देशों को शामिल किया गया.