सऊदी अरब में प्रदर्शनों पर पाबंदी
५ मार्च २०११सऊदी अरब के राष्ट्रीय चैनल पर गृह मंत्री का बयान प्रसारित किया गया है. इसमें कहा गया है कि देश में प्रदर्शन करने पर रोक लग गई है. शिया समुदाय के लोगों ने पिछले दिनों कुछ कैदियों को रिहा करने के लिए प्रदर्शन किए. उनका कहना है कि बिना मुकदमे के ही कुछ लोगों को जेल में रखा गया है.
सऊदी अरब में शिया अल्पसंख्यक हैं और ज्यादातर देश के पूर्वी हिस्से में रहते हैं. इसी इलाके में सबसे ज्यादा तेल पैदा होता है और यह बहरीन के भी नजदीक है, जहां हाल में शिया समुदाय के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया है.
सऊदी अरब दुनिया का सबसे बड़ा तेल उत्पादक है. सऊदी अरब के शिया लोगों का कहना है कि उन्हें वे सुविधाएं नहीं मिलती हैं, जो दूसरे नागरिकों को मिलती है. उन्हें सरकार में उच्च पद भी नहीं मिल पाता है.
सऊदी अरब में पूरी तरह राजशाही है. वहां कोई चुनी हुई सरकार नहीं है और वह इन आरोपों को नहीं मानती है. पिछले हफ्ते सऊदी अरब के राजा शाह अब्दुल्लाह तीन महीनों तक इलाज के बाद देश लौटे हैं और वहां नागरिकों की सुविधा के लिए 37 अरब डॉलर के प्लान का एलान किया है. सऊदी अरब को डर है कि कहीं दूसरे अरब देशों में चल रहे विरोध प्रदर्शन की आंच वहां तक न पहुंच जाए.
रिपोर्टः रॉयटर्स/ए जमाल
संपादनः एस गौड़