सोने के तस्करों की मौज
२८ नवम्बर २०१३केंद्र सरकार के नए नियमों के मुताबिक, आयातित सोने का 20 प्रतिशत निर्यात करना होगा. कड़ी पाबंदियों के कारण वैध तरीके से आने वाले सोने की चमक फीकी पड़ी है, लेकिन इन वजहों ने ही अवैध तरीके से आने वाले सोने की चमक बढ़ा दी है.
सोने की बरामदगी
कस्टम्स अधिकारियों ने पिछले सप्ताह ही एयरपोर्ट पर खड़े एक विमान के टायलेट से 7.22 करोड़ रुपये कीमत का लगभग 24 किलो सोना जब्त किया था. यह सोना एक-एक किलो वजन के बिस्किटों की शक्ल में था. सफाई कर्मचारियों ने विमान की सफाई के दौरान टायलेट में दो बैग पड़े देखे. उनको खोलने पर सोना बरामद हुआ. इस सोने का कोई दावेदार सामने नहीं आया है.
वह विमान दुबई और बैंकॉक समेत देश के कई शहरों की उड़ान भरने के बाद कोलकाता पहुंचा था. उसके दो दिन बाद फिर साढ़े तीन किलो सोना बरामद किया गया. असिस्टेंट कस्टम्स कमिश्नर आर.एस. मीना बताते हैं, "यह सोना पैकेटों में बंद था और इसे एक कूरियर कंपनी के जरिए अवैध तरीके से मुंबई भेजा जा रहा था." जांच के दौरान संदेह होने पर अधिकारियों ने उन पैकेटों को खोला. उनमें सोना भरा था. फिलहाल इन दोनों मामलों में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
आयात शुल्क में बढ़ोतरी
कस्टम विभाग के अधिकारियों का कहना है कि आयात शुल्क बढ़ाने के केंद्र के फैसले के बाद इस कीमती धातु की तस्करी में अचानक तेजी आई है. पहले यह दो से तीन प्रतिशत था. रुपये की गिरावट पर काबू पाने के लिए केंद्र सरकार ने पिछले दिनों इसे बढ़ा कर 10 प्रतिशत कर दिया था.
इसके साथ ही उसके आयात को निर्यात से जोड़ दिया गया था. इससे सोने के आयात में गिरावट आई है. पहले वर्ष 2013 के दौरान एक हजार टन सोने की खपत का अनुमान था, लेकिन अब यह मांग घट कर नौ सौ टन रह गई है. कस्टम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी बताते हैं कि आयात शुल्क में बढ़ोतरी ही सोने की तस्करी बढ़ने की सबसे प्रमुख वजह है.
निगरानी तेज
यहां एअरपोर्ट पर सोने की तस्करी के कई मामले सामने आने के बाद अब खासकर दुबई और थाईलैंड से आने वाले यात्रियों और उनके सामानों की जांच में सतकर्ता बढ़ा दी गई है. कस्टम विभाग के पूर्वी क्षेत्र के चीफ कमिश्नर एच.के.चतुर्वेदी कहते हैं, "ज्यादातर मामलों में पकड़े गए सोने का कोई दावेदार सामने नहीं आता है, लेकिन ऐसे मामलों की जांच की जा रही है." इस पहलू की भी जांच की जा रही है कि कहीं एयरपोर्ट पर तैनात कोई कर्मचारी तो तस्करों से नहीं मिला है.
विभाग ने कोलकाता के व्यावसायिक इलाके बड़ाबाजार में छापेमारी के दौरान भी पांच किलो अवैध सोना बरामद कर इस सिलसिले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. पिछले कुछ महीनों के दौरान केवल एयरपोर्ट पर ही लगभग 44 किलो सोना जब्त किया जा चुका है. इसके अलावा कोलकाता और आसपास के इलाकों में विभिन्न विभागों की छापेमारी के दौरान भी भारी मात्रा में अवैध सोना जब्त किया गया है.
कार में मिला सोना
कस्टम विभाग के अलावा राजस्व खुफिया निदेशालय के अधिकारियों ने भी मालदा जिले में बांग्लादेश से लगी भारतीय सीमा पर जांच के दौरान 58 किलो सोना बरामद किया है. वह सोना भारत आ रही एक कार में छिपा कर रखा गया था. सोने के आयात पर कड़े प्रतिबंध लागू होने के बावजूद शादी ब्याह के मौसम में इसकी मांग बढ़ी है. कस्टम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, इस मांग को पूरा करने के लिए विदेशों से विभिन्न तरीकों से सोने की तस्करी हो रही है. कई मामले तो पकड़ में आ जाते हैं, लेकिन कुछ मामलों में तस्कर अपने मंसूबों में कामयाब हो जाते हैं.
सूत्रों के मुताबिक, नेपाल और बांग्लादेश से लगी सीमा के जरिए भी इस कीमती धातु की तस्करी के मामलों में वृद्धि हुई है. भारत-नेपाल सीमा चौकी पर सामानों की गहन जांच नहीं की जाती. तस्कर इसका फायदा उठाते हैं. एक अनुमान के मुताबिक, हर महीने कम से कम सौ किलो सोना तस्करी के जरिए कोलकाता व आसपास के इलाकों में पहुंच रहा है. एक किलो सोना चोरी-छिपे लाने वाले तस्कर आयात शुल्क के तौर पर कम से कम तीन लाख रुपए बचा लेते हैं. इस मोटी रकम के लालच ने ही सोने की तस्करी के प्रति आकर्षण बढ़ा दिया है.
आभूषण उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि इस धातु के आयात पर लगी पाबंदी की वजह से इस साल चीन पहली बार भारत को पछाड़ कर दुनिया में सोने का सबसे बड़ा खरीदार बन सकता है. चीन में इस साल एक हजार टन सोने की खपत का अनुमान है जबकि भारत में खपत में सौ टन की कमी होने के आसार हैं.
रिपोर्टः प्रभाकर, कोलकाता
संपादनः एन रंजन