स्टार खिलाड़ी लाएं, अधिकारियों की फौज नहीं
१८ जुलाई २०१०दुनिया के सबसे तेज एथलीट जमाइका के उसैन बोल्ट और उनकी साथी एथलीट शैली एन फ्रेजर के नाम वापस लेने के बाद अब स्कॉटलैंड के सायक्लिंग स्टार क्रिस होय ने भी कॉमनवेल्थ गेम्स में न आने का फैसला लिया है. बेहतरीन खिलाड़ियों के दिल्ली न दिखाई देने की आशंका अब भारत में खेल मंत्रालय को सता रही है. खेल मंत्री एमएस गिल का कहना है कि कॉमनवेल्थ गेम्स की चमक फीकी होगी, उनका उद्देश्य कमजोर होगा और उनमें लोगों की दिलचस्पी कम हो जाएगी.
श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्विमिंग कॉम्पलेक्स का उदघाटन करते समय गिल ने कहा, "स्टार एथलीट धीरे धीरे गेम्स से पीछे हट रहे हैं. यह बिलकुल भी अच्छा नहीं है. मैं माइक फैनल को बताना चाहता हूं कि वे अपने साथ यहां अधिकारियों की फौज न लाएं. हमें बोल्ट, फ्रेजर, होय और अन्य खिलाड़ी चाहिए. इस देश के लिए वही आकर्षण का केंद्र बिंदु होंगे. कॉमनवेल्थ गेम्स खेल आयोजन है न कि अधिकारियों के मिलने की जगह. एथलीटों के न आने से न तो मैं खुश हूं और न ही आयोजन समिति."
नाराज दिखाई दे रहे गिल ने कहा है कि राष्ट्रमंडल देशों के खेल मंत्रियों के साथ उनकी 4 अक्तूबर को बैठक होनी है और वह उस बैठक में इस मामले को उठाएंगे. "मैं यह मुद्दा जरूर उठाऊंगा. अगर ये स्टार एथलीट नहीं आए तो हमारी मेहनत पर पानी फिर जाएगा. लोग कहेंगे कि अगर सिर्फ तुम्हे और सुरेश कलमाड़ी को ही दौड़ना था तो इतना खर्च करने की जरूरत क्यों थी."
बीजिंग ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले क्रिस होय 2002 और 2006 के कॉमनवेल्थ गेम्स में भी स्वर्ण पदक जीत चुके हैं. उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स स्कॉटलैंड को शुक्रवार को बताय कि वह दिल्ली में आने के लिए उपलब्ध नहीं होंगे. गिल ने कहा, "होय को ब्रिटिश सायक्लिंग फेडरेशन ने बताया है कि तुम यूरोपीय चैंपियनशिप में हिस्सा लो और 2012 लंदन ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करो. एशियन गेम्स, यूरोपीय चैंपियनशिप और दक्षिण अमेरिकी चैंपियनशिप ओलंपिक के लिए ज्यादा अहम मानी जाती हैं इसलिए खिलाड़ियों की प्राथमिकता वही प्रतियोगिताएं हैं."
लेकिन गिल पूरी कोशिश कर रहे हैं कि भारत में स्टार खिलाड़ियों का जमावड़ा लगे. उनके मुताबिक वह भारत में ए लिस्ट के खिलाड़ी चाहते हैं, न कि बी या सी लिस्ट के खिलाड़ी. दिल्ली में इस साल 3 से 14 अक्तूबर तक कॉमनवेल्थ गेम्स होने हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: आभा एम