स्टार ट्रेनर रेहागेल की विफल वापसी
२६ फ़रवरी २०१२हैर्था की लगातार हार से परेशान मैनेजरों ने आराम की जिंदगी बिता रहे रेहागेल को वापस मैदान पर बुलवाया था कि वह टीम को प्रोत्साहित कर सकें और बुंडेसलीगा से बाहर हो जाने के खतरे को दूर कर सकें. लेकिन ग्रीस की कमजोर टीम को यूरोपीय चैंपियन बनाने वाले रेहागेल अपने पहले मैच में कोई करिश्मा नहीं दिखा पाए. लगातार छह मैच हारने के बाद हैर्था उस जगह पर पहुंच गया है जहां लीग से बाहर जाने का दरवाजा खुलता है. लेकिन ऑग्सबुर्ग 21 अंकों के साथ खतरों की जगह से बाहर निकल आया है.
खतरे की घंटी रेहागेल के पुराने क्लब कैजर्सलाउटर्न के लिए भी बज रही है. माइंस ने उसे 4-0 से रौंद डाला. कैजर्सलाउटर्न के लिए यह लगातार 13वीं हार थी. वह भी लीग से बाहर निकलनेवाले उम्मीदवारों में शामिल है. तालिका में अंतिम स्थान पर फ्राइबुर्ग है जो श्टुटगार्ट से 4-1 से हार गया.
हालत कोलोन की टीम की भी खराब है. टीम के स्टार पोडोल्स्की की चोट के कारण चार सप्ताह के बाद हुई वापसी का लाभ टीम को नहीं मिला. वह पड़ोसी क्लब और पिछले साल के उप विजेता लेवरकूजेन के खिलाफ 0-2 से हार गया. यह पिछले सात मैचों में कोलोन की छठी हार है और इसके साथ ही वह तालिका में 14वें स्थान पर लुढ़क गया है. इसके विपरीत लेवरकूजेन पांचवे स्थान पर चला गया है और उसने अपनी अंतरराष्ट्रीय महात्वाकांक्षा और पुख्ता कर ली है.
उधर वेर्डर ब्रेमेन अप्रत्याशित रूप से न्यूरेमबर्ग से अपने घरेलू मैदान पर 1-0 से हार गया. कभी चैंपियन रहे वोल्फ्सबुर्ग ने होफेनहाइम से 1-0 से हारने के बाद तालिका पर चोटी की जगह छोड़ दी हैं. होफेनहाइम के नए ट्रेनर मार्कुस बाबेल ने अपने नए क्लब के साथ पहली जीत पाई.
शुक्रवार को हुए मैच में मोएंशनग्लाडबाख और हैम्बर्ग का मुकाबला 1-1 से बराबर रहा था. इस ड्रॉ के साथ मौएंशनग्लाडबाख ने कम से कम एक दिन के लिए डॉर्टमुंड से आगे निकलने और चोटी पर पहुंचने का मौका गंवा दिया. रविवार को टाइटल विजेता डॉर्टमुंड का मुकाबला यूरोप लीग के क्वार्टर फाइनल तक पहुंचने वाले हनोवर की टीम से होगा. दूसरे मैच में बायर्न म्यूनिख का मुकाबला शाल्के से हैं.
रिपोर्टः एसआईडी/महेश झा
संपादनः एन रंजन