स्पेक्ट्रम घोटाले में आज रिपोर्ट देगी सीबीआई
२९ मार्च २०११आरोप तय करने के लिए दी गई गुरुवार तक की समयसीमा से पहले ही रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में सौंपी जाएगी और इसे सार्वजनिक नहीं किया जाएगा. इस घोटाले के चलते प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व पर सवाल उठे. इससे आर्थिक सुधारों के रास्ते में भी बाधा आई और एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में निवेश करने वालों में भी चिंता है.
आरोप है कि पूर्व टेलीकॉम मंत्री ए राजा ने 2जी स्पेक्ट्रम के आवंटन में गंभीर धांधलियां कीं. इस मामले में राजा के कई साथियों के नाम भी आए हैं. सभी ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है. सीबीआई गुरुवार तक निचली अदालत में आरोप पेश करेगी. बताया जाता है कि 2007-08 में रिश्वत लेकर मनमाने तरीके से 2जी स्पेक्ट्रम के लाइसेंस बांटे गए जिससे सरकारी खजाने को सीएजी के मुताबिक 39 अरब डॉलर यानी 1.76 लाख करोड़ रुपये का चूना लगा. इस घोटाले के सामने आने के बाद राजा को इस्तीफा देना पडा.
विपक्ष ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का भी इस्तीफा मांगा और काफी समय तक संसद को नहीं चलने दिया. इससे आर्थिक सुधारों की राह में भी अड़चन आई जिसमें डीजल की कीमतों को मुक्त करने और सुपर मार्केट सेक्टर में विदेशी निवेशकों को अनुमति देने जैसे कदम खास तौर से शामिल हैं.
इस मामले की जांच कर रही भारतीय संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) ने जाने उद्योगपति रतन टाटा, अनिल अंबानी और लॉबिस्ट नीरा राडिया को स्पेक्ट्रम घोटाले में समिति के सामने पेश होने के लिए कहा है. स्पेक्ट्रम घोटाले के अलावा कॉमनवेल्थ खेलों में घोटाले और आदर्श सोसाइटी घोटाले जैसे मामलों से कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार की छवि को नुकसान पहुंचा है. पांच राज्यों में होने वाले चुनावों में निश्चित तौर पर भ्रष्टाचार को एक बड़ा मुद्दा बनाया जाएगा.
रिपोर्टः एजेंसियां ए कुमार
संपादनः आभा एम