स्मार्ट शहरों की स्मार्ट हरियाली
अर्बन स्काईफॉर्म का आइडिया 2014 में सामने आया. अब दक्षिण कोरिया में इस पर गंभीरता के काम हो रहा है. भविष्य के शहरों के लिए हरियाली भरा प्रोजेक्ट बन रहा है.
सीमित जगह
शहरों के विस्तार का असर हरियाली पर पड़ा है. कई जगहों पर पार्क पार्किंग में बदल गए. लेकिन अब सीमित जगह के बेहतर इस्तेमाल पर जोर दिया जा रहा है. यही वजह है कि अब हरियाली को भी मंजिल दर मंजिल ऊपर उठाने की तैयारी हो रही है.
स्थानीय स्तर पर उत्पादन
प्रदूषण और ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करने के लिए भविष्य के शहरों को कार्बन उत्सर्जन कम करना होगा. साथ ही पेड़ पौधों की संख्या भी बढ़ानी होगी. ट्रांसपोर्टेशन की गुंजाइश को कम से कम करना होगा.
ग्रीन टावर
एप्रिली अर्बन डिजायन स्टूडियो ने दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल के लिए स्काईफॉर्म का कॉन्सेप्ट तैयार किया है. तमान स्काई टावर का बगान शहर के लिए फेफड़ों का काम करेगा.
प्राकृतिक डियाजन
स्काईफॉर्म का सबसे जरूरी हिस्सा हैं पेड़. प्रकृति की नकल कर डिजायन तैयार करने पर जोर दिया जा रहा है. मसलन पेड़ के आकार का ये गार्डन जगह कम लेगा और मजबूत भी होगा.
स्वच्छ ऊर्जा
स्काईफॉर्म प्रोजेक्ट में ग्रीन एनर्जी पर जोर है. 3,200 वर्गमीटर में सोलर पैनल लगाए जाएंगे. ग्रीन टावरों पर पवनचक्कियां भी लगाई जाएंगी. इस बिजली का इस्तेमाल हीटिंग और रोशनी के लिए किया जाएगा.
किफायती संसाधन
स्काईफॉर्म में बारिश के पानी को भी जमा किया जाएगा. उसे साफ किया जाएगा और पीने के ताजा पानी के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा. पानी का बेहतर प्रबंधन कर खेती में उसका इस्तेमाल किया जाएगा.
सामाजिक स्पेस
स्काईफॉर्म के केंद्र में आम सामाजिक जगह होगी. ग्राउंड फ्लोर पर फूड मार्केट होगा. ऊपरी मंजिलों पर शहर के लोग चाहे तो क्यारियां किराये पर लेकर फल और सब्जियां उगा सकेंगे.
फ्यूचर सोल्यूशंस
एप्रिली के मुताबिक, "अर्बन स्काईफॉर्म मिनी इकोसिस्टम बनाए जो शहरी समुदाय के लिए संतुलन का काम करेगा." वक्त के साथ डिजायन पुराना पड़ रहा है लेकिन फिलहाल यही सबसे सही विकल्प दिखाई पड़ता है.