हवाई अड्डों पर फंसे लोग, कहां से आया सांता
२५ दिसम्बर २०१०फ्रांस के उत्तर पूर्व में यह हालत है कि अधिकारियों का मानना है कि क्रिसमस ईवनिंग अधिकतर यात्रियों को एयर पोर्ट पर ही मनानी पड़ी क्योंकि बर्फ को पिघलाने वाला तरल पदार्थ खत्म हो गया है. फ्रांस ही नहीं, जर्मनी, स्वीडन और पोलैंड में भी बर्फ के कारण जिंदगी थम सी गई है.
ब्रसेल्स एयरपोर्ट के प्रवक्ता ने जानकारी दी कि हवाई अड्डे पर कई सौ बिस्तर लगाए गए हैं ताकि यात्रियों को आराम मिल सके. भारी बर्फ बारी के कारण कई उड़ाने यहां रद्द कर दी गईं. यान फान डेर क्रुइजे ने बताया, "स्थिति यह है कि कई यात्रियों को रात एयरपोर्ट पर ही बितानी पड़ेगी. शुक्रवार शाम चार बजे उड़ानें शुरू हुईं लेकिन कुछ ही उड़ानें शुरू की गईं. हमने बेल्जियम की सेना और रेड क्रॉस की मदद से कई बिस्तर यहां लगवाए हैं ताकि लोगों को जमीन पर न सोना पड़े." बेल्जियम में पहली बार दिसंबर में इतना खराब मौसम रहा है.
उधर स्वीडन के दक्षिण में भारी बर्फ बारी के कारण सड़क और हवाई यातायात पूरी तरह से ठप्प रहे. चेतावनी दी गई है कि क्रिसमस के दिन भी मौसम खराब रह सकता है. यूरोप के कई शहर बर्फ से जूझ रहे हैं तो वेनिस सहित उत्तरी इटली में भारी बारिश हो रही है. मशहूर सेंट मार्क चौक में शुक्रवार को घुटने घुटने पानी भरा रहा.
ब्रिटेन में भी क्रिसमस के दिन भारी बर्फ गिरी लेकिन लंदन का हीथ्रो एयरपोर्ट चालू होने से हवाई यातायात में ज्यादा बाधा नहीं आई. हालांकि रास्तों पर जमी बर्फ के कारण लोगों को चलने में बहुत मुश्किल हुई. उत्तरी जर्मनी में बर्फ के साथ तेज हवाओं के कारण कई रास्ते पूरी तरह से बंद करने पड़े और हैम्बर्ग से हेनोवर के रास्ते में कई लंबी दूरी की ट्रेनें बंद पड़ गईं.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः वी कुमार