"हां, मैं समलैंगिक हूं"
९ जनवरी २०१४फुटबॉल मर्दानगी और ताकत से जोड़ कर देखा जाता रहा है और बढ़ती सामाजिक स्वीकृति के बावजूद खिलाड़ी अपनी समलैंगिकता को जाहिर नहीं करते. लेकिन जर्मनी के राष्ट्रीय फुटबॉलर ने खुल कर अपनी समलैंगिकता का एलान किया है.
फुटबॉलर थोमस हित्सेल्सपैर्गर का बयान ऐसे वक्त में आया है, जब महीने भर से कम में सोची ओलंपिक शुरू होने वाला है. वह अपने जैसे खिलाड़ियों की तरफ से दुनिया को संदेश भेजना चाहते हैं, "मैं अपनी लैंगिकता को जाहिर करना चाहता हूं क्योंकि मैं पेशेवर खिलाड़ियों के बीच समलैंगिकता पर बहस को प्रोत्साहन देना चाहता हूं."
अगले महीने रूसी शहर सोची में सर्दियों के ओलंपिक खेलों का आयोजन हो रहा है और रूस समलैंगिकों को लेकर अपने रुख में कोई नर्मी नहीं दिखा रहा है. हाल ही में वहां की सरकार ने एक ऐसा कानून पारित किया है जिसके तहत समलैंगिक अपनी लैंगिकता का प्रचार नहीं कर सकेंगे. हालांकि अंतरराष्ट्रीय दबाव के बाद रूस ने एलान किया है कि उसे समलैंगिक खिलाड़ियों से कोई एतराज नहीं है.
एक मजबूत खिलाड़ी
31 साल के हित्सेल्सपैर्गर चार महीने पहले रिटायर हुए हैं. उन्होंने इंगलिश प्रीमियर लीग, जर्मन लीग बुंडेसलीगा और इतालवी लीग फुटबॉल में भी खेला है. वह जर्मनी के पहले फुटबॉल खिलाड़ी हैं जिन्होंने अपनी समलैंगिकता के बारे में खुल कर बोला है. लेकिन हित्सेल्सपैर्गर ने भी रिटायर होने के बाद यह बात कही है, अपने करियर के वक्त नहीं. वह कहते हैं कि सही वक्त अब आया है, "मैं उन लोगों से चिढ़ता हूं जो वास्तव में इस मुद्दे के बारे में सबसे कम जानते हैं लेकिन जो सबसे जोर से बोलते हैं."
फुटबॉल के मैदान में फैंस अक्सर नस्लवादी या अश्लील गीत गाते हैं. ब्रिटेन, रूस और पूर्वी यूरोप के देशों में ऐसा होता रहता है और समलैंगिकों को भी खूब छेड़ा जाता है. हित्सेल्सपैर्गर कहते हैं कि खेल के उनके रिकॉर्ड ने इस धारणा को खत्म कर दिया कि समलैंगिक नाजुक होते हैं. "मैं एक मजबूत खिलाड़ी हूं और मेरा शॉट भी लंबा है. बहुत खिलाड़ी ऐसा नहीं खेल सकते. मुझे प्यार से हथौड़ा बुलाते हैं. यह बकवास है कि समलैंगिक मर्द नहीं होते."
रूढ़िवादी समुदाय
हित्सेल्सपैर्गर जर्मनी के रूढ़ीवादी प्रांत बवेरिया के एक छोटे कैथलिक समुदाय से हैं जहां समलैंगिकता के बारे में खुल कर बात नहीं की जाती. हालांकि उनकी एक गर्लफ्रेंड भी थी और हित्सेल्सपैर्गर शादी भी करना चाहते थे, "आठ साल बाद मैंने रिश्ता तोड़ दिया और मेरी पार्टनर को तब भी नहीं पता चला कि पुरुषों के प्रति मैं क्या महसूस करता हूं. कुछ साल पहले ही मुझे लगा कि मैं एक पुरुष के साथ रहना पसंद करूंगा." हित्सेल्सपैर्गर ने 2004 से लेकर 2010 तक जर्मन राष्ट्रीय टीम के लिए खेला. वह कहते हैं कि फुटबॉल में ऐसे लोग कम मिलते हैं जो खुल कर अपनी समलैंगिकता के बारे में बात करते हैं. "जरा सोचिए, आप 20 लड़कों के साथ बैठे हैं. मौज मस्ती कर रहे हैं. कुछ होता है तो आप उसे जाने देते हैं, अगर आपको हंसी आ जाए और समलैंगिकों पर मजाक बहुत चोट पहुंचाने वाला न हो."
इंगलैंड में क्वींस पार्क रेंजर्स के जोई बार्टन ने हित्सेल्सपैर्गर की बहादुरी को सराहा है लेकिन इस बात को लेकर निराशा जताई है कि उन्होंने रिटायर होने के बाद ही यह बात कही. हित्सेल्सपैर्गर के साथ फुटबॉल खेलने वाले जर्मन खिलाड़ी लूकास पोडोल्स्की ने भी अपने साथी की तारीफ की है. यहां तक कि जर्मन सरकार ने भी हित्सेल्सपैर्गर के पक्ष में बयान दिया है.
एमजी/एजेए (डीपीए, एपी)