हेडली ने कहा, लश्कर की फिदायीन थी इशरत
५ जुलाई २०१०आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि हेडली ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की पूछताछ के दौरान यह बात बताई थी. एनआईए की टीम ने शिकागो में हेडली से पूछताछ की थी.
मुठभेड़ में इशरत जहां की मौत पर खासा बवाल हुआ था. गुजरात पुलिस ने 15 जून 2004 को इशरत जहां और तीन अन्य लोगों को मुठभेड़ में मार गिराया था. अहमदाबाद में हुई इस मुठभेड़ में मरने वालों में जावेद शेख उर्फ प्रणेश पिल्लई और दो पाकिस्तानी नागरिक अमजद अली और जीशान जौहर अब्दुल गनी शामिल थे.
गुजरात पुलिस का दावा था कि इशरत जहां लश्कर की फिदायीन थी और उसे गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या करने के लिए भेजा गया था. लेकिन कई मानवाधिकार संगठनों ने पुलिस के इस दावे को गलत बताते हुए मुठभेड़ को फर्जी करार दिया था.
इशरत जहां के परिवार ने भी अपनी बच्ची को बेकसूर बताते हुए पुलिस के खिलाफ कोर्ट में अर्जी डाली थी. इशरत की मां शमीमा कौसर ने गुजरात हाई कोर्ट में अपनी अर्जी में कहा था कि मेरी बेटी जावेद शेख के परफ्यूम बिजनस में सेल्स गर्ल के तौर पर काम कर रही थी.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः ए कुमार