हैमिल्टन ने शंघाई में रोका फेटेल की जीत का सफर
१७ अप्रैल २०११फेटेल शंघाई की ट्रैक पर भी पोल पोजिशन में थे और यही लग रहा था कि ऑस्ट्रेलिया और मलेशिया पर फतह कर चुके पिछले साल के ये चैम्पियन तीसरी रेस भी आसानी से अपने नाम कर लेंगे. शुरुआत उन्होंने बेहद आक्रामक तरीके से की और आगे निकलते चले गए पर मैक्लैरेन के ब्रिटिश ड्राइवर लुईस हैमिल्टन इस बार ट्रैक पर शायद ये तय कर के आए थे कि हर हाल में फेटेल से आगे रहना है. पांच लैप बाकी रहते ही उन्होंने फेटेल को पीछे छोड़ा और फिर जब थमे तो जीत उनका माथा चूम चुकी थी.
इस जीत के साथ ही बदकिस्मती से मिली मलेशिया ग्रां प्री में हार का बदला हैमिल्टन ने चुका लिया है. मलेशियाई जमीन पर उनके टायरों ने उनका साथ नहीं दिया और तब उन्हें सातवें नंबर पर ही रुकना पड़ा था. इस बार उन्होंने अपने टायरों के साथ कोई जोखिम नहीं लिया और पूरी सावधानी बरती. जीत के बाद हैमिल्टन ने कहा, "ये शानदार है. आप सबका बहुत शुक्रिया." 26 साल के हैमिल्टन 2008 के वर्ल्ड चैम्पियन हैं और फॉर्मूला वन करियर की ये उनकी 15वीं जीत है.
मैक्लैरेन के ही जेन्सन बटन चौथे नंबर पर रहे जबकि मर्सिडीज के निको रोजबर्ग को पांचवे और फेरारी के फिलिपे मासा को छठे नंबर से ही संतोष करना पड़ा. फेरारी के ही दूसरे ड्राइवर फर्नान्डो अलोन्सो सातवें नंबर पर रहे. सात बार के चैम्पियन जर्मन ड्राइवर माइकल शूमाखर इस मुकाबले में आठवें नंबर पर रहे.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः एमजी