अंगुलियों के इशारे पर नाचेगा आईफोन
११ सितम्बर २०१३पिछले साल बाजार में आए आईफोन 5 को बहुत कामयाबी नहीं मिली लेकिन एप्पल के प्रमुख टिम कुक का कहना है कि "इस साल बिजनेस इतना बढ़ गया है कि हमें आईफोन 5 को बदलना पड़ रहा है और इसे दो मॉडलों से बदला जा रहा है."
दो नए मॉडल
हर साल की तरह इस साल भी मंगलवार को एप्पल ने अमेरिका में अपना सालाना जलसा किया, जिसमें कंपनी के नए फोन की पहली झलक दिखलाई गई. किसी भी चैनल के पास इसके लाइव प्रसारण करने का अधिकार नहीं था और वहां बैठे ब्लॉगर और दूसरे पत्रकारों ने ट्विटर से काम चलाया.
परंपरा के मुताबिक ही एप्पल ने अपनी मौजूदा सीरीज को बेहतर बनाते हुए आईफोन 5एस के रूप में बेहतर संस्करण उतार दिया है, जिसे "गोल्ड" कहा जा रहा है. कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट फिल शिलर का दावा है कि सबसे आगे की सोच वाला आईफोन तैयार कर लिया गया है, "यह स्मार्टफोन की दुनिया में सोने के स्तर का है." इसमें चिप को बहुत तेज बनाया गया है और इसकी सबसे बड़ी खासियत फिंगरप्रिंट सेंसर की है. यह पासवर्ड की तर्ज पर काम करेगा और मालिक की अंगुलियों के निशान को पहचानेगा.
शिलर का कहना है, "फोन अनलॉक करने के लिए आपको सिर्फ होमबटन को दबाना होगा. आईट्यून में खरीदारी के लिए भी आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं." आईफोन बनाने वाले कहते हैं कि आजकल इन डिवाइसों में इतना ज्यादा निजी डाटा रहने लगा है कि इनकी सुरक्षा बहुत जरूरी है. ये फोन सुनहरे, रुपहले और स्लेटी रंगों में आएगा.
सस्ता, कितना सस्ता..
एप्पल को सैमसंग और दूसरी स्मार्टफोन कंपनियों से कड़ी टक्कर मिल रही है और इसे ध्यान में रखते हुए उसने पहली बार सस्ता आईफोन बाजार में उतारा है. कंपनी ने अपने सफेद और काले रंग की सीमा भी तोड़ दी है. नीले, पीले, ऑरेंज फोन 20 सितंबर से बाजार में आने वाले हैं. आईफोन 5सी कंपनी का सस्ता मॉडल होगा, लेकिन मोबाइल का सबसे बड़ा बाजार यानी चीन इसे नकारता दिख रहा है.
चीन में आईफोन स्मार्टफोनों की बिक्री के मामले में सातवें नंबर पर है और नए प्रोडक्ट की घोषणा के बाद वहां के लोगों का कहना है कि वाकई यह इतना सस्ता नहीं है. अमेरिका में यह फोन कांट्रैक्ट के साथ 99 डॉलर से शुरू होगा लेकिन खुले बाजार में इसकी कीमत भारतीय मुद्रा में 33,000 रुपये से कम नहीं होगी.
चीन में सीना वाइबर इस्तेमाल करने वाले शांगझिउइजुन का कहना है, "आईफोन 5सी बहुत महंगा है. क्या ऐसा नहीं है कि यह आईफोन 5 ही है, सिर्फ प्लास्टिक के कवर में." सीना वाइबर चीन की लोकप्रिय माइक्रोब्लॉगिंग साइट है.
बेवकूफ मत बनें...
बहरहाल, अमेरिका के अलावा जर्मनी, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, जापान और सिंगापुर में इस शुक्रवार से नए फोन के ऑर्डर दिए जा सकेंगे और अगले शुक्रवार यानी 20 सितंबर से उन्हें नया फोन मिल सकेगा.
जानकारों का भी कहना है कि आईफोन 5सी से एप्पल वह करिश्मा नहीं कर पाया, जिसकी उम्मीद की जा रही थी. गार्टनर के विश्लेषक वैन बेकर का कहना है, "अगर कोई सच में सोच रहा था कि एप्पल कोई बहुत सस्ता माल लेकर बाजार में उतरने वाला है, तो वह खुद को बेवकूफ बना रहा था." बेकर का कहना है, "जिस दिन ऐसा होगा, समझ लीजिए कि कंपनी में समझदार लोग खत्म हो गए हैं."
एजेए/एनआर (एएफपी, एपी)