इक्वाडोर की शरण में असांज
१६ अगस्त २०१२ब्रिटेन के साथ कड़े शब्दों में हो रहे विवाद को आगे बढ़ाते हुए इक्वाडोर के विदेश मंत्री रिकॉर्डो पाटिनो ने एलान किया, "इक्वाडोर ने जूलियन असांज को राजनीतिक शरण देने का फैसला किया है, इसके लिए राष्ट्रपति को अर्जी भेजी गई थी."
2010 में अमेरिकी राजनयिकों के हजारों गोपनीय केबल लीक कर सुर्खियों में आए जूलियन असांज ब्रिटेन और इक्वाडोर के मतभेदों की धुरी बन गए हैं. इसी साल जून में ब्रिटेन की एक अदालत ने असांज के प्रत्यर्पण पर रोक लगाने से इनकार कर दिया. फैसले से असांज को स्वीडन के हवाले करने का रास्ता साफ हो गया.
स्वीडन में असांज पर असुरक्षित तरीके से यौन संबंध बनाने का मुकदमा चल रहा है. लेकिन विकीलीक्स के संस्थापक असांज को डर है कि उन्हें स्वीडन से अमेरिका के हवाले न कर दिया जाए. अमेरिका में असांज पर कई मुकदमे चल सकते हैं. कुछ मुकदमे ऐसे भी हो सकते हैं कि जिनमें अधिकतम सजा मौत हो.
इसी डर से अदालत के फैसले के बाद 41 साल के असांज ने इक्वाडोर के दूतावास में शरण ली. तब से वह दूतावास से बाहर ही नहीं निकले हैं. अंतरराष्ट्रीय नियमों के मुताबिक दूतावासों को कूटनीतिक विशेषाधिकार मिले हैं. वहां पुलिस नहीं घुस सकती.
अब ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय का कहना है कि वह इक्वाडोर के दूतावास से कूटनीतिक दर्जा छीन सकता है. विदेश मंत्रालय के मुताबिक 'कानूनी बाध्यता' के आधार पर यह किया जा सकता है. लंदन के नाइटब्रिज इलाके में कई पुलिस अधिकारियों ने इक्वाडोर के दूतावास की घेराबंदी कर दी है. पुलिस के अलावा वहां असांज के समर्थक भी जमा है.
ब्रिटेन ने कड़े शब्दों में कहा है कि अगर आपसी समझदारी से कोई समझौता नहीं हुआ तो वह असांज को स्वीडन के हवाले करने के लिए हर तरह के कदम उठाएगा.
इक्वाडोर ने इसका विरोध किया है. बुधवार को इक्वाडोर के विदेश मंत्री रिकॉर्डो पाटिनो ने कहा कि ब्रिटिश दूतावास के जरिए उन्हें ब्रिटेन सरकार की चिट्ठी मिली है. पाटिनो ने कहा, "आज हमें यूनाइटेड किंगडम से लिखित धमकी मिली है जिसमें कहा है कि अगर हमने असांज को उनके हवाले नहीं किया तो वे लंदन में हमारे दूतावास में घुस सकते हैं."
इक्वाडोर ने ब्रिटेन की चेतावनी को 'अस्वीकार्य' भी कहा. पाटिनो ने कहा कि उनका देश असांज को लेकर फैसला कर चुका है. गुरुवार दोपहर फैसले का एलान भी कर दिया गया. इस बीच इक्वाडोर में लोग ब्रिटेन के दूतावास के बाहर प्रदर्शन भी कर रहे हैं. उनके हाथों में पोस्टर हैं, जिनमें लिखा है, "हम संप्रभु हैं, उपनिवेश नहीं है."
पूर्व कंप्यूटर हैकर जूलियन असांज दो साल पहले अचानक सुर्खियों में आए. उन्होंने दुनिया भर में तैनात अमेरिकी अधिकारियों और वॉशिंगटन के बीच हुई गोपनीय बातचीत लीक कर दी. इसमें इराक, अफगानिस्तान, भारत और रूस समेत कई देशों में तैनात अमेरिकी अधिकारियों की रिपोर्ट भी शामिल थी. विकीलीक्स के इस खुलासे से अमेरिका को खासी शर्मिंदगी उठानी पड़ी.
विकीलीक्स के खुलासों के बाद अमेरिका के कई अंतरराष्ट्रीय बैंकों ने विकीलीक्स के बैंक ट्रांसफर पर रोक लगा दी. अमेरिकी अधिकारियों ने विकीलीक्स को आर्थिक रूप से खस्ताहाल कर दिया. विकीलीक्स के लिए पैसा जुटाने के लिए असांज कई कोशिशें करते रहे. इसी दौरान वह स्वीडन गए, जहां एक महिला ने उन पर आरोप लगाया कि असांज ने उनसे असुरक्षित ढंग से यौन संबंध बनाए. असांज आरोपों को खारिज करते हैं.
ओएसजे/एमजे (एएफपी, डीपीए)