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तेल कीमतों से सबसे बड़ी बढ़ोतरी

१४ मई २०११

भारत में सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल के दाम बढ़ा दिए हैं. कीमतों में लगभग पांच रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बढ़ोतरी की गई है. कीमत में एक साथ इतना इजाफा पहले कभी नहीं हुआ.

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A worker of Gujarat State Petroleum Corporation checks oil flow of well PK-2 during its inauguration at Ingoli village, about 40 kilometers (25 miles) southwest of Ahmadabad, India in this Sept. 13, 2004 file photo. High global oil prices are spoiling the party for India's new government, which came to power in May with a booming economy but now is struggling to check inflation and keep growth from slowing too much. For now, the government is holding off dramatic price rises at home, taking pressure on itself with a cut in oil import duties and forcing oil companies to bear much of the brunt of rising crude costs. (AP Photo/ Pankaj Nangia)
तस्वीर: AP

तेल के दामों में बढ़ोतरी शनिवार आधी रात से लागू हो जाएगी. जनवरी महीने से दामों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई थी जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत ढाई साल के सबसे ऊंचे स्तर को छू चुकी थी.

तेल कीमतें बढ़ाने का फैसला पांच राज्यों के चुनाव नतीजे घोषित होने के एक दिन बाद आया है. इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम तीनों कंपनियां दिल्ली में तेल के दाम में 4.99 रुपये से 5.01 रुपये बढ़ाएंगी. इस वक्त दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 58.37 रुपये है.

A traffic jam forms amidst morning fog, in New Delhi, India, Friday, Jan.22, 2010. Dense fog played havoc with air, rail and road traffic in the capital this morning, disrupting the schedule of over 70 flights, according to a news agency. (AP Photo/Manish Swarup)
तस्वीर: AP

तेल की कीमतें तय करने का फैसला तेल कंपनियों को सौंप दिया गया है. भारत सरकार ने पिछले साल जून से यह जिम्मेदारी छोड़ दी है. हालांकि कंपनियों को अनौपचारिक रूप से तेल मंत्रालय से निर्देश मिलते हैं.

तेल उद्योग से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय कीमतों के बढ़ते दबाव के चलते यह वृद्धि की गई है लेकिन यह भी काफी नहीं है. उन्होंने कहा, "घरेलू कीमतों को अंतरराष्ट्रीय कीमतों के बराबर लाने के लिए 9.50-10 रुपये की बढ़ोतरी की जरूरत है. लेकिन कंपनियों ने इसका आधा ही बढ़ाया है. जल्दी ही कीमतें फिर बढ़ सकती हैं."

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः एन रंजन

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