लद्दाख में विकास रोकने के लिए चीन का दबाव नहीं
२ जुलाई २०११उमर अब्दुल्ला ने कहा कि दोनों देशों के बीच कूटनीति विकास के काम में बाधा न बने इसके लिए उनकी सरकार हर संभव कोशिश कर रही है. भारत चीन सीमा पर लद्दाख में विकास के कामों के बारे में जम्मू में पत्रकारों से बातचीत में अब्दुल्ला ने कहा, "इस बात को समझिए कि चीन की तरफ से कोई दबाव नहीं है." मुख्यमंत्री से पत्रकारों ने लद्दाख में विकास के कामों को रोकने पर सवाल किए. पत्रकारों ने केंद्र सरकार से आए उस पत्र का भी हवाला दिया जिसमें कहा गया है कि रक्षा मंत्रालय की इजाजत के बगैर राज्य सरकार कोई काम शुरू न करे.
मुख्यमंत्री ने यह जरूर माना कि कुछ इलाकों में काम करने से विवाद पैदा होते हैं. उमर अब्दुल्ला ने इसके पीछे वजह बताया, "ऐतिहासिक रूप से कुछ इलाके ऐसे हैं जहां हम वास्तविक सीमा रेखा की पहचान नहीं बना पाए हैं. इसका नतीजा यह होता है कि समय समय पर कुछ विवाद खड़े होते हैं जिन्हें कूटनीतिक तरीके से निबटाया जाना चाहिए."
इस बारे में जरूरी कदम उठाए जाने के बारे में पूछने पर अब्दुल्ला ने कहा कि इसके बारे में फिलहाल और ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता. यह पूछने पर कि सीमा रेखा तय करने के काम में अभी और कितने दिन लगेंगे मुख्यमंत्री ने बस इतना ही कहा, "यह एक लगातार चलते रहने वाली प्रक्रिया है. यह ऐसा मामला नहीं है जिसके चुटकी बजाते ही हल हो जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को समझना चाहिए कि सीमा विवाद सुलझाने में लंबा वक्त लगता है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः ईशा भाटिया