लादेन की जिंदगी और मौत की चार तरह से जांच
१८ मई २०११जॉन केरी के मुताबिक पाकिस्तान सरकार ने ये भरोसा दिया है कि अगर बिन लादेन की पाकिस्तान में मौजूदगी के बारे में किसी को पता था तो उसकी जानकारी भी जांच के बाद अमेरिका को दी जाएगी. अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक पाकिस्तान इन जांचों के जरिए ये जताना चाहता है कि वह आतंकवादियों से जंग में अमेरिका की मदद करना चाहता है.
जॉन केरी पाकिस्तान के दौरे से तुरंत ही वापस लौटे हैं. केरी ने बताया कि पाकिस्तान सरकार एबटाबाद में सेना के अड्डे के पास लादेन के रहने और उसकी मौत की परिस्थितियों के बारे में चार तरह से जांच करा रही है. अमेरिकी सेना ने दो मई की रात एक हमले में लादेन को मार दिया. केरी को ये तो पता नहीं कि इन जांचों के नतीजे तब आएंगे लेकिन उन्होंने इस ओर ध्यान दिलाया है कि अमेरिका भी इन सबूतों पर नजरें गड़ाए हुए है कि लादेन के ठिकाने के बारे में पाकिस्तान सरकार को उसकी मौत के पहले से पता था या नहीं. केरी ने सीनेट के बाहर पत्रकारों से कहा, "मैं जानता हूं और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के प्रमुख ने मुझसे कहा है कि कि अगर निचले स्तर पर किसी को इस बात की जानकारी थी तो वह लोग उसे ढूंढ निकालेंगे."
पाकिस्तान में लादेन के बारे में जिन चार जांचों की बात की जा रही है वह सेना, खुफिया एजेंसी और नागरिक आयोग करेंगे. इसके अलावा एक जांच पाकिस्तान की वायुसेना करेगी कि कैसे अमेरिकी हैलिकॉप्टर पाकिस्तान के अंदर घुस कर राजधानी के 50 किलोमीटर करीब तक आ पहुंचे. इस बीच पाकिस्तानी अधिकारी अल कायदा से जुड़े एक कमांडर की गिरफ्तारी की बात कह रहे हैं लेकिन अमेरिका ने इस गिरफ्तारी को ज्यादा महत्व देने से इनकार कर दिया है.
लादेन को मारने की अमेरिकी फौज की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान के साथ अमेरिका के रिश्तों में तनाव आ गया है. इस घटना के बाद पाकिस्तान से चिढ़े कुछ अमेरिकी सांसद आतकंवाद से जंग में पाकिस्तानी सहयोग के दावों पर उंगली उठा रहे हैं. उन्होंने पाकिस्तान को दी जाने वाली मदद में भी कटौती करने की मांग की है.
जॉन केरी ओबामा प्रशासन के करीबी हैं और वे पाकिस्तान के दौरे पर दोनों देशों के संबंधों में आए तनाव को घटाने के मकसद से गए थे. विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने बताया कि जॉन केरी की पाकिस्तान यात्रा के दौरान वे लगातार उनके साथ संपर्क में थीं. क्लिंटन ने ये भी बताया कि उन्होंने हाल के दिनों में पाकिस्तान के बड़े नेताओं से कई बार बातचीत की है. इनमें राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और सेना प्रमुख जनरल अशफाक कियानी भी शामिल हैं. दोनों देशों के बीच बातचीत लगातार जारी है. जल्दी ही अमेरिका के विशेष दूत मार्क ग्रॉसमैन इस्लामाबाद जा रहे हैं. उनके अलावा अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के उप निदेशक माइकल मोरेल भी जल्दी ही पाकिस्तान जाएंगे जिसे विदेश मंत्री हिलैरी क्लिंटन की पाकिस्तान यात्रा की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः ओ सिंह