समलैंगिक खिलाड़ी घबराएं नहीं
३० अक्टूबर २०१३रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ऑस्ट्रेलियाई ओलंपिक टीम को आश्वासन दिया है कि सोची विंटर ओलंपिक में भाग लेने आने वाले समलैंगिक एथलीटों का वैसे ही स्वागत होगा जैसे दूसरे खिलाड़ियों का. उनके खिलाफ किसी तरह का भेदभाव देखने को नहीं मिलेगा इसलिए वे निश्चिंत होकर खेलों में हिस्सा लेने आएं.
इस साल जून में समलैंगिकता के प्रचार पर रूस में सरकार ने बैन लगा दिया था. इस पर पश्चिमी देशों ने रूस की कड़ी आलोचना की थी. समलैंगिकों के अधिकारों के लिए काम करने वाले कई संगठनों ने सोची ओलंपिक का बहिष्कार करने की अपील की थी.
पुतिन ने कहा कि सभी मेहमानों की सुविधाओं का पूरा ख्याल रखा जाएगा वे चाहे किसी भी धर्म, जाति या लैंगिक मान्यता वाले हों.
संतुष्ट लौटे चेस्टरमन
इस बीच खेलों के दौरान चेचेन्याई या दूसरे इस्लामी कट्टरपंथी गुटों के अशांति फैलाने की आशंकाएं भी सिर उठाती रही हैं. रूस में निगरानी दौरा करके लौटे ऑस्ट्रेलियाई ओलंपिक प्रतिनिधि मंडल के अध्यक्ष इयान चेस्टरमन ने बताया कि वह दोनों ही बातों को लेकर संतुष्ट हैं. उन्होंने कहा, "हमें इन दोनों ही बातों की चिंता रही है, लेकिन अब इन्हें लेकर हम संतुष्ट हैं. खास कर समलैंगिक अधिकारों के मामले में." उन्होंने आगे कहा कि पहले भी उन्हें रूसी अधिकारी इस मुद्दे पर आश्वस्त करते रहे हैं. और अब राष्ट्रपति के आश्वासन के बाद हमारे खिलाड़ी सोची खेलों में हिस्सा लेने निश्चिंत होकर जा सकते हैं और खेलों का वैसे आनंद उठा सकते हैं जैसे कि होना चाहिए.
सबसे बड़ी टीम
अगले साल सोची खेलों में ऑस्ट्रेलिया अपनी अब तक की सबसे बड़ी टीम भेजने की तैयारी में है. चेस्टरमन ने बताया, "हम इस बार सबसे बड़ी, 55 एथलीटों वाली टीम भेजने की तैयारी कर रहे हैं. यह गिनती इससे ज्यादा भी हो सकती है. इस बार खेलों में हम मेडल टैली में अब तक का हमारा सबसे अच्छा स्थान हासिल करना चाहते हैं." उन्होंने कहा, "1994 से ओलंपिक खेलों में हर बार हमने मेडल जीते हैं, तीन वैंकूवर में जीते. ऐसी स्थिति में होना बहुत अच्छा होगा जब इतने सारे एथलीट हिस्सा लेगें जिनमें से हर कोई मेडल जीत कर लौटना चाहेगा." हालांकि वह मानते हैं कि पदक तालिका में प्रथम 15 टीमों के बीच जगह बनाना आसान बात नहीं है. उन्होंने कहा इसके लिए ऑस्ट्रेलिया को 4-5 पदक जीतने होंगे जो कि संभव तो है लेकिन थोड़ा मुश्किल है. साथ ही वह मानते हैं कि इस तरह के ऊंचे लक्ष्य तय करके ही उन पर इतना दबाव होगा कि वह अपनी टीम को इस चुनौती के लिए तैयार करें.
मॉस्को में समलैंगिक खेल
एक रूसी समूह सोची खेलों के बाद मॉस्को में समलैंगिकों के खेलों के आयोजन की भी तैयारी में है. समूह ने अंतरराष्ट्रीय एथलीटों से कार्यक्रम का समर्थन करने की मांग की है. रूस में समलैंगिकों की खेल फेडरेशन के अध्यक्ष विक्टर रोमानोव ने कहा कि वह इन खेलों का आयोजन फरवरी 2014 में कराने की योजना बना रहे हैं, सोची खेलों के खत्म होने के ठीक बाद. उन्होंने कहा, "हम यह आयोजन 26 फरवरी को शुरू कर रहे हैं ताकि इनमें शामिल होने के इच्छुक खिलाड़ी, अधिकारी और पत्रकार सोची से मॉस्को पहुंच सकें." उन्होंने कहा उन्हें खुशी होगी अगर कोई बड़ा अधिकारी या कोई मशहूर शख्सियत उनके समर्थन में मॉस्को पहुंचे.
रामानोव मानते हैं कि इन खेलों के आयोजन से वह समलैंगिकता के प्रचार पर प्रतिबंध की अवहेलना नहीं कर रहे. वह कहते हैं, "यह समलैंगिकता का प्रचार नहीं है, हम तो इस आयोजन के जरिए खेलों और स्वस्थ जीवनशैली पर जोर दे रहे हैं." रोमानोव की इस गैर सरकारी संस्था ने पिछले तीन सालों में खेलों के ऐसे कई आयोजन कराए हैं. समलैंगिकों के लिए खेलों का ऐसा पहला आयोजन 1982 में सैन फ्रांसिस्को में हुआ था.
एसएफ/एएम (रॉयटर्स,एएफपी)