1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें
खेलअफगानिस्तान

पाक के खिलाफ अफगानिस्तान की जीत और शरणार्थियों की कहानी

आमिर अंसारी
२४ अक्टूबर २०२३

क्रिकेट वर्ल्ड कप के मुकाबले में अफगानिस्तान ने पाकिस्तान को आठ विकेट से हराकर एक बड़ा उलटफेर कर दिया. अफगान बल्लेबाज जादरान ने प्लेयर ऑफ द मैच को उन शरणार्थियों को समर्पित किया है जो पाकिस्तान से निकाले जा रहे हैं.

https://p.dw.com/p/4Xwam
पाकिस्तान को हराकर जश्न मनाती अफगानिस्तान की टीम
पाकिस्तान को हराकर जश्न मनाती अफगानिस्तान की टीमतस्वीर: Matthew Lewis/ICC via Getty Images

सोमवार को चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेले गए क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 के मुकाबले में अफगानिस्तान टीम ने एक बार फिर बड़ा उलटफेर करते हुए पाकिस्तान को आठ विकेट से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की. इससे पहले अफगानिस्तान की टीम ने पिछली बार की चैंपियन इंग्लैंड को हराकर सनसनी फैला दी थी.

अफगानिस्तान के सलामी बल्लेबाज रहमानुल्लाह गुरबाज और इब्राहिम जादरान 283 लक्ष्य का पीछा करने उतरे और दोनों बल्लेबाजों ने शुरुआती दो ओवर में 18 रन बटोरे. अफगानिस्तान ने शुरुआती 10 ओवर में बिना विकेट गंवाए 63 रन बनाकर पाकिस्तानी गेंदबाजों पर दबाव बनाया.

लाखों शरणार्थियो के नाम अवॉर्ड

जादरान ने बेहतरीन पारी खेलते हुए 113 गेंदों में 10 चौकों के जरिए 87 रन बनाए. जादरान को इस पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड दिया गया. मैच के बाद प्रेजेंटेशन में जादरान ने इस अवॉर्ड को अपने देश के लोगों के साथ-साथ पाकिस्तान से निकाले जा रहे अफगानिस्तान शरणार्थियों को समर्पित किया. सोशल मीडिया एक्स पर जादरान का यह बयान खूब वायरल हो रहा है.

उन्होंने कहा, "मैं इस मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड को उन लोगों को समर्पित करना चाहता हूं जिन्हें पाकिस्तान से वापस अफगानिस्तान उनके घर भेजा जा रहा है.

जादरान के बयान को पाकिस्तान द्वारा अफगान शरणार्थियों को अक्टूबर के आखिर तक देश छोड़ने के अल्टीमेटम का जवाब माना जा रहा है. इसी महीने की शुरुआत में पाकिस्तान सरकार ने देश में गैरकानूनी ढंग से रह रहे लोगों के खिलाफ बड़े अभियान का ऐलान किया था.

पाकिस्तान की नयी आप्रवासन नीति के तहत नवंबर से पाकिस्तानी सरकार देश में बिना दस्तावेजों के रह रहे विदेशियों को निकालना शुरू करेगी. अनुमान है कि पाकिस्तान में करीब 17 लाख अफगान लोग बिना दस्तावेजों के रहते  हैं.

पाकिस्तान की अंतरिम सरकार के कार्यवाहक गृह मंत्री सरफराज बुगती के मुताबिक यह कार्रवाई सिर्फ अफगानों को ध्यान में रखकर नहीं की जा रही है. बुगती ने कहा था, "जो भी अवैध तरीके से देश में रह रहा है, उसे वापस जाना ही होगा."

बुगती ने गैरकानूनी आप्रवासियों से अक्टूबर अंत तक खुद अपने देश लौटने की अपील की. उनका कहना है कि इसके बाद बड़े पैमाने पर गिरफ्तारियां हो सकती हैं और पाकिस्तान से जबरन निकालने की प्रक्रिया शुरू हो सकती है.

कहानी अफगान पुलिसकर्मी, जिसे देश छोड़कर भी चैन नहीं है

अफगानिस्तान और पाकिस्तान के रिश्ते तल्ख

शरणार्थियों के बारे में यह ऐलान ऐसे वक्त में किया गया, जब पाकिस्तान और उसके पश्चिमी पड़ोसी अफगानिस्तान के रिश्ते तल्ख चल रहे हैं. दोनों देशों के बीच 2,611 किलोमीटर की सीमा है. इस सीमा का बड़ा हिस्सा खुला है.

इस्लामाबाद का आरोप है कि अफगान तालिबान के करीबी गुट उसके यहां हमला कर रहे हैं. इस्लामाबाद के मुताबिक हमलावर पाकिस्तान में हमला करने के बाद सीमा पार करके अफगानिस्तान चले जाते हैं.

पाकिस्तान बीते चार दशकों से अफगान शरणार्थियों का ठिकाना बना है. 1979 से 1989 के बीच जब अफगानिस्तान पर सोवियत संघ का कब्जा था, तब लाखों अफगान भागकर पाकिस्तान आए. उसके बाद तालिबान के शासन के दौरान भी बड़ी संख्या में लोग अफगानिस्तान छोड़ने पर मजबूर हुए.

अफगानिस्तान की टीम ने इससे पहले पाकिस्तान के खिलाफ सात वनडे मैच खेली थी लेकिन सभी मैचों में हार मिली. आठवें मैच में अफगानिस्तान ने पाकिस्तान को हराकर बड़ी जीत के साथ अपने देश के क्रिकेट प्रेमियों को जश्न मनाने का मौका दे दिया
अफगानिस्तान की टीम ने इससे पहले पाकिस्तान के खिलाफ सात वनडे मैच खेली थी लेकिन सभी मैचों में हार मिली. आठवें मैच में अफगानिस्तान ने पाकिस्तान को हराकर बड़ी जीत के साथ अपने देश के क्रिकेट प्रेमियों को जश्न मनाने का मौका दे दियातस्वीर: Eranga Jayawardena/AP/picture alliance

अमेरिकी सेना की वापसी के बाद अगस्त 2021 में अफगानिस्तान पर फिर से तालिबान का राज कायम हो गया. अनुमान है कि 2021 से अब तक एक लाख से ज्यादा अफगान अपना देश छोड़ चुके हैं.

पाकिस्तान के अधिकारियों के मुताबिक फिलहाल पाकिस्तान में करीब 44 लाख अफगान रहते हैं. इनमें से 17 लाख ने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है. 24 लाख अफगानों को पाकिस्तान सरकार ने रिफ्यूजी का दर्जा दिया है. ऐसे लोगों के आईडी कार्ड है और वे बैकिंग और स्कूलिंग जैसी गतिविधियों में हिस्सा ले सकते हैं. पाकिस्तान सरकार का दावा है कि रजिस्टर्ड लोगों को नहीं निकाला जाएगा. तालिबान ने पाकिस्तान के इस फैसले की निंदा की थी और इसे अमानवीय बताया.

पाकिस्तान में रहते हैं करीब 44 लाख अफगान
पाकिस्तान में रहते हैं करीब 44 लाख अफगानतस्वीर: Rizwan Tabassum/AFP/Getty Images

अफगानिस्तान में जश्न

सोमवार को क्रिकेट के मैदान में मिली जीत से अफगान में क्रिकेट फैंस जश्न मना रहे हैं और आतिशबाजी कर रहे हैं.  टोलो न्यूज ने एक्स पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें काबुल की सड़कों पर छोटे बच्चे नाच रहे हैं और बड़े जीत पर नारेबाजी करते दिख रहे हैं.

अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने भी एक्स पर एक पोस्ट में टीम को बधाई दी है. सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो साझा किए जा रहे हैं जिनमें लोग सड़कों पर फायरिंग करते हुए दिख रहे हैं और आसमान में जोरदार आतिशबाजी हो रही है.

काबुल की सड़कों पर जश्न मनाते लोग
काबुल की सड़कों पर जश्न मनाते लोग तस्वीर: Jamal Elham

अफगानिस्तान की टीम ने इससे पहले पाकिस्तान के खिलाफ सात वनडे मैच खेली थी लेकिन सभी मैचों में हार मिली. आठवें मैच में अफगानिस्तान ने पाकिस्तान को हराकर बड़ी जीत के साथ अपने देश के क्रिकेट प्रेमियों को जश्न मनाने का मौका दे दिया.

अफगानिस्तान में तालिबान सरकार के प्रधानमंत्री कार्यालय के चीफ ऑफ स्टाफ ने एक्स पर एक बयान में अफगान क्रिकेट टीम को बधाई देते हुए कहा, "अफगानिस्तान की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान को हरा दिया. राष्ट्रीय क्रिकेट टीम, क्रिकेट बोर्ड को बधाई और सभी लोगों को जीत की मुबारकबाद."