असांज के अमेरिका प्रत्यर्पण को हरी झंडी
२० अप्रैल २०२२वेस्टमिंस्टर मैजिस्ट्रेटस कोर्ट में एक जज ने एक संक्षिप्त सुनवाई के बाद यह फैसला दिया. असांज लंदन की बेलमार्श जेल से वीडियो लिंक के जरिए सुनवाई देख रहे थे. अब ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल यह फैसला लेंगी कि उन्हें प्रत्यर्पित किया जाना चाहिए या नहीं.
अमेरिका ने असांज के प्रत्यर्पण की मांग की है ताकि उन पर जासूसी के आरोपों के तहत 17 मामलों और कंप्यूटर के दुरुपयोग के आरोप के तहत एक मामले में मुकदमा चलाया जा सके. 50 वर्ष के हो चुके असांज के खिलाफ ये मामले एक दशक से भी ज्यादा पुराने हैं.
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असांज के खिलाफ आरोप
अमेरिका के अभियोजनकर्ताओं का कहना है कि उन्होंने ने गैर कानूनी तरह से अमेरिकी सेना के इंटेलिजेंस ऐनालिस्ट चेल्सी मैनिंग की गोपनीय कूटनीतिक केबल और सैन्य फाइलें चुराने में मदद की. इन केबलों और फाइलों को बाद में विकीलीक्स ने छाप दिया था.
असांज के समर्थकों और वकीलों का कहना है कि उन्होंने एक पत्रकार की तरह काम किया और इसलिए अमेरिका के फर्स्ट अमेंडमेंट के तहत उनकी अभिव्यक्ति की आजादी को संरक्षण मिलना चाहिए.
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उनका कहना है कि असांज ने ऐसे दस्तावेज छापे थे जिन्होंने इराक और अफगानिस्तान में अमेरिका के दुराचार को उजागर किया था और उनके खिलाफ ये मामले राजनीतिक रूप से प्रेरित हैं.
कर सकते हैं अपील
ब्रिटेन की एक निचली अदालत पहले ही उनके प्रत्यर्पण की अनुमति दे चुकी है. पिछले महीने ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट ने इस अदालत के फैसले को चुनौती देने की असांज की अपील को ठुकरा दिया था.
हालांकि असांज के पास कुछ कानूनी विकल्प अभी भी मौजूद हैं. उनके वकीलों के पास गृह मंत्री पटेल को निवेदन देने के लिए चार हफ्तों का वक्त है. वो हाई कोर्ट में अपील करने की अपील भी कर सकते हैं.
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उनके वकील मार्क समर्स ने अदालत को बताया कि उनकी टीम के पास देने के लिए "गंभीर निवेदन" हैं. असांज के वकील यह भी कह चुके हैं कि अमेरिका की जेलों में उनके साथ सख्त बर्ताव किया जा सकता है जिसे उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को खतरा है.
175 साल कारावास
इसके बाद अमेरिकी अधिकारियों ने भरोसा दिलाया था कि उनके साथ ऐसा बर्ताव नहीं किया जाएगा. असांज के वकीलों का कहना है कि अगर वो अमेरिका में दोषी पाए गए तो उन्हें 175 साल तक की कारावास की सजा सुनाई जा सकती है. अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि उनकी सजा इससे काफी कम होने की संभावना है.
असांज को 2019 में एक अलग कानूनी लड़ाई में जमानत लांघने के लिए गिरफ्तार किया गया था. वो तब से बेलमार्श जेल में हैं. उससे पहले उन्होंने स्वीडन प्रत्यर्पित कर दिए जाने से बचने के लिए सात साल लंदन में इक्वेडोर के दूतावास में बिताए थे.
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स्वीडन में उनके खिलाफ बलात्कार और यौन हिंसा के मामले दर्ज थे, जिन्हें नवंबर 2019 में खारिज कर दिया गया. पिछले महीने ही असांज ने जेल में ही आयोजित किए गए एक समारोह में अपनी पार्टनर स्टेला मॉरिस से शादी की.
सीके/एए (एपी, एएफपी)