भारत: पहली बारिश ने दिखाया अयोध्या का असली हाल
२५ जून २०२४राम मंदिर की छत से पानी टपकने की जानकारी खुद मंदिर के महंत आचार्य सत्येंद्र दास ने दी है. उन्होंने बताया कि छत में से ठीक उसी जगह पर पानी टपक रहा है जहां पुजारी रामलला की मूर्ति के सामने बैठते हैं और जहां लोग वीआईपी दर्शन के लिए आते हैं.
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निर्माणाधीन मंदिर का हाल
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक दास ने कहा, "यह बहुत आश्चर्य की बात है. पूरे देश से इतने सारे इंजीनियर यहां बैठे हुए हैं और राम मंदिर बना रहे हैं. 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा भी हो गई. लेकिन किसी को यह ज्ञान नहीं हुआ कि जब बारिश होगी तो मंदिर की छत से पानी चुएगा."
बताया जा रहा है कि जानकारी मिलने के बाद मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र मंदिर पहुंचे और मरम्मत के आदेश दिए. बाद में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने बताया कि निर्माण का कार्य अभी पूरा नहीं हुआ है.
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उन्होंने बताया कि पहली मंजिल पर काम चल रहा है, जो जुलाई तक पूरा हो जाएगा. उन्होंने पूरे मंदिर का निर्माण दिसंबर तक पूरा हो जाने की उम्मीद जताई.
पूरे शहर में समस्या
हालांकि बारिश के बाद सिर्फ मंदिर परिसर ही नहीं बल्कि पूरे शहर की हालत खस्ता हो गई है. मीडिया रिपोर्टों में यह भी बताया जा रहा है कि मंदिर तक पहुंचने के लिए जो 13 किलोमीटर लंबा रामपथ बनाया गया था, उसमें जगह-जगह सड़क धंस गई है और गड्ढे हो गए हैं.
इसके अलावा मंदिर के पास ही बने नए रेलवे स्टेशन की दीवार भी गिर गई है. पूरे शहर में कई जगह जलभराव की समस्या भी खड़ी हो गई है. सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह मंदिर को पूरी तरह से तैयार किए बिना उसका उद्घाटन कर देने और दर्शन के लिए देशभर के लोगों को आने का न्योता देने का नतीजा है.