जर्मन विदेश मंत्री ने की गाजा में मानवीय संघर्षविराम की अपील
२५ मार्च २०२४जर्मनी की विदेश मंत्री अनालेना बेयरबॉक एक बार फिर मध्यपूर्व की आधिकारिक यात्रा पर हैं. 24 मार्च को मिस्र के लिए रवाना होने से पहले उन्होंने इस्राएल के प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू की सरकार से अपील की कि वो गाजा पट्टी में ज्यादा खाद्य सामग्री भेजने की अनुमति दे.
बेयरबॉक ने इस्राएल और हमास के बीच तत्काल मानवीय संघर्षविराम लागू किए जाने की अपील करते हुए कहा कि इस्राएल की सुरक्षा का लक्ष्य केवल सैन्य तरीके से नहीं हासिल किया जा सकता है. बेयरबॉक ने कहा, "हर दिन मायूस माता-पिता अपने बच्चों के लिए जो भी थोड़ा-बहुत खाने को मिल सके, उसे पाने की कोशिश कर रहे हैं और हर दिन कई सारे लोग खाली हाथ जा रहे हैं."
"स्थायी युद्धविराम ही शांति की उम्मीद"
विदेश मंत्री बेयरबॉक ने संघर्षविराम का महत्व रेखांकित करते हुए कहा, "केवल एक तत्कालीन मानवीय संघर्षविराम के रास्ते आगे बढ़ते हुए स्थायी युद्धविराम की स्थिति ही शांति की उम्मीदों को जिंदा रख सकती है, फलीस्तीनियों के लिए भी और इस्राएलियों के लिए भी."
बेयरबॉक ने गाजा के हालात पर कहा, "लोगों को हर चीज की जरूरत है. खाना, दवाई, पानी साफ करने की टैबलेट और चिकित्सा उपकरण सबकी जरूरत है." बेयरबॉक ने यह भी कहा कि हवा से राहत सामग्री गिराना या समुद्री कॉरिडोर बनाना टिकाऊ समाधान नहीं है.
साथ ही, जर्मन विदेश मंत्री ने हमास पर भी आरोप लगाया कि वो आम लोगों की आड़ लेकर छिप रहे हैं. उन्होंने हमास से हथियार डालने को कहा. बेयरबॉक ने दोहराया कि जर्मनी, इस्राएल की सुरक्षा के प्रति अपनी जिम्मेदारी के साथ खड़ा है. उन्होंने कहा कि 7 अक्टूबर जैसी घटनाएं फिर कभी नहीं दोहराई जानी चाहिए, लेकिन "यह लक्ष्य केवल सैन्य तरीके से नहीं हासिल किया जा सकता है."
इस्राएल और वेस्ट बैंक जाएंगी बेयरबॉक
बेयरबॉक मिस्र की राजधानी काहिरा के बाद वार्ता के लिए इस्राएल और वेस्ट बैंक का भी दौरा करेंगी. 7 अक्टूबर 2023 को इस्राएल पर हमास के हमले के बाद यह बेयरबॉक का छठा इस्राएली दौरा है. 26 मार्च को बेयरबॉक की इस्राएली विदेश मंत्री इस्राएल कात्स के साथ मुलाकात होनी है.
24 मार्च को कात्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बेयरबॉक की ज्यादा सहायता सामग्री भेजे जाने के लिए बॉर्डर क्रॉसिंग खोलने की अपील पर जवाब देते हुए कहा, "हम अपने दोस्तों से उम्मीद करते हैं कि इस चुनौतीपूर्ण समय में वो इस्राएल का समर्थन करना जारी रखेंगे और आतंकवादी संगठन हमास के खिलाफ हमें कमजोर नहीं करेंगे. इस्राएली बंधकों की रिहाई के बिना किसी मानवीय संघर्षविराम को लागू नहीं किया जा सकता है. हमें गाजा में मानवीय सहायता बढ़ाने के लिए साथ मिलकर काम करना जारी रखना होगा."
समाचार एजेंसी डीपीए के मुताबिक, बेयरबॉक वेस्ट बैंक में फलीस्तीनी अथॉरिटी (पीए) के नेता महमूद अब्बास से भी मिलेंगी. पीए के विदेश मंत्री रियाद मल्की के भी इस बैठक में शामिल होने की उम्मीद है. इस्राएल और फलीस्तीनी क्षेत्र के दौरे में होने वाली वार्ताओं के मद्देनजर बेयरबॉक कह चुकी हैं कि वह दो राष्ट्र के समाधान का समर्थन करेंगी. साथ ही, फलीस्तीनी ऑटोनोमस अथॉरिटी में सुधार की भी बात करेंगी. बकौल बेयरबॉक, यह "लोकतांत्रिक फलीस्तीनी स्टेट" की दिशा में शुरुआती कदम होगा, जहां लोग "सुरक्षा और सम्मान" के साथ जी सकेंगे.