जर्मन राष्ट्रपति ने की संयम की अपील
१२ अप्रैल २०२०राष्ट्रपति श्टाइनमायर ने जर्मनी के लोगों से कहा है कि वे कोरोना वायरस की महामारी से लड़ने के लिए धैर्य, अनुशासन और एकजुटता दिखाएं. उनका यह संबोधन शनिवार को टीवी पर प्रसारित हुआ. उन्होंने कहा, "अभी आप जो एकजुटता हर दिन दिखा रहे हैं, हमें भविष्य में उसकी और ज्यादा जरूरत है."
श्टाइनमायर ने लोगों से कहा कि वायरस को फैलने से रोकने के लिए जो भी उपाय बताए गए हैं, उन पर अमल करते रहें. उन्होंने कहा, "आगे हालात कैसे होंगे और कब और कैसे पाबंदियों में ढील दी जाएंगी, इसका फैसला सिर्फ राजनेता और विशेषज्ञ नहीं करेंगे." उन्होंने कहा कि इस संकट ने लोगों की "सबसे अच्छी और सबसे बुरी बातों" को सामने ला दिया है.
कोरोना वायरस को रोकने की कोशिशों की तुलना युद्ध से करने पर उन्होंने कहा कि ये कोशिशें "मानवता की परीक्षा" हैं. उनके मुताबिक, "नहीं. यह महामारी युद्ध नहीं है. राष्ट्र एक दूसरे से नहीं लड़ रहे हैं, सैनिक दूसरे सैनिकों से नहीं लड़ रहे हैं. यह तो मानवता की परीक्षा है."
श्टाइनमायर मानते हैं कि यह संकट समाज में नाटकीय बदलाव लाएगा. उन्होंने कहा, "हम एक चिंता में डूबा हुआ और परेशान समाज नहीं बनना चाहते हैं. लेकिन हम ऐसा समाज बन सकते हैं जहां ज्यादा भरोसा हो, ज्यादा विचार विमर्श हो और ज्यादा आत्मविश्वास हो."
जर्मन राष्ट्रपति ने यूरोपीय संघ में भी अंतरराष्ट्रीय एकजुटता की अपील की. उन्होंने कहा, "जर्मनी तब तक इस संकट से मजबूत और स्वस्थ होकर बाहर नहीं निकल सकता जब तक हमारे पड़ोसी भी इससे मजबूत और स्वस्थ होकर बाहर ना निकलें."
श्टाइनमायर का यह भाषण इसलिए अहम है क्योंकि यह पहला मौका है जब उन्होंने क्रिसमस के अलावा किसी अन्य मौके पर आधिकारिक रूप से टीवी पर आकर देश की जनता को संबोधित किया है. यहां तक कि बर्लिन की दीवार गिरने के बाद भी राष्ट्रपति का संबोधन प्रसारित नहीं किया गया था.
लेया कार्टर/एके
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